विपक्ष के 26 दल, जानिए किसकी है कितनी ताकत...

बुधवार, 19 जुलाई 2023 (08:30 IST)
Lok Sabha Election 2024 News: आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को सत्ता से हटाने की रणनीति बनाने के लिए मंगलवार को कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू में 26 विपक्षी दलों की बैठक हुई। 
 
ये दल दिल्ली और 10 राज्यों में अपने दम पर या गठबंधन में सत्ता में हैं। इसके अलावा ओड़िशा, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश जैसे बड़े राज्य भी हैं, जहां गैर भाजपाई सरकारें हैं। दूसरी ओर, एनडीए 38 दलों का गठबंधन है। उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, गुजरात, उत्तराखंड, असम, त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेश में भाजपा की खुद की सरकारें हैं, जबकि महाराष्ट्र, हरियाणा, गोवा, मणिपुर, मेघालय, त्रिपुरा, नगालैंड, सिक्किम आदि राज्यों में गठबंधन या सहयोगी दलों की सरकारें हैं। 
 
भाजपा के खिलाफ एकजुट हुए विपक्ष के सभी 26 दल यदि लोकसभा चुनाव तक एकजुटता बनाए रखते हैं तो इस बार लोकसभा चुनाव में मुकाबला रोमांचक हो सकता है। हालांकि यह तय है कि विपक्षी गठबंधन सत्ता से दूर ही रहेगा, लेकिन यह संभव है कि भाजपा नीत गठबंधन बहुमत के आंकड़े से पीछे रह जाए। 
 
आइए जानते हैं विपक्ष के 26 दलों के बारे में, किस दल की है कितनी ताकत... 
 
1. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस : कांग्रेस 80 सांसदों (लोकसभा में 49 और राज्यसभा में 31) के साथ विपक्षी खेमे में सबसे बड़ी पार्टी है। वह 4 राज्यों कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और हिमाचल प्रदेश में अपने दम पर सत्ता में है और बिहार, तमिलनाडु और झारखंड में सत्तारूढ़ दल का हिस्सा है।
 
2. अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस (TMC) : ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस पार्टी पश्चिम बंगाल में सत्ता में है और उसके 35 सांसद (23 लोकसभा और 12 राज्यसभा सदस्य) हैं। मेघालय सहित कुछ अन्य राज्यों में भी इसके विधायक हैं।
 
3. द्रविड़ मुनेत्र कषगम (DMK) : तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के नेतृत्व में तमिलनाडु और पुडुचेरी में द्रमुक का प्रभाव है। इसके 34 सांसद (लोकसभा में 24 और राज्यसभा में 10) हैं।
 
4. आम आदमी पार्टी (AAP) : अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली ‘आप’ दिल्ली और पंजाब में सत्ता में है और उसके 11 सांसद (लोकसभा में एक और राज्यसभा में 10) हैं। कांग्रेस के साथ ‘आप’ के संबंधों में कभी तल्खी तो कभी नर्मी रही है।
 
5. जनता दल (यूनाइटेड) : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जद (यू) ने पटना में पहली विपक्षी बैठक की मेजबानी की थी। पार्टी के आधिकारिक तौर पर 21 सांसद (16 लोकसभा और पांच राज्यसभा) हैं। कुमार ने पिछले साल भाजपा से नाता तोड़ लिया था और राजद और कांग्रेस से हाथ मिला कर बिहार में सरकार बनाई थी।
 
6. राष्ट्रीय जनता दल (RJD) : लालू प्रसाद के नेतृत्व वाली पार्टी राजद बिहार में सरकार का हिस्सा है और उनके बेटे तेजस्वी यादव उपमुख्यमंत्री हैं। इसके 6 सांसद हैं, सभी राज्यसभा में हैं।
 
7. झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पार्टी झामुमो राज्य में गठबंधन सरकार का नेतृत्व कर रही है। इसके तीन सांसद (1 लोकसभा में और 2 राज्यसभा में) हैं।
 
8. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) : शरद पवार द्वारा स्थापित इस पार्टी को पटना में विपक्षी दलों की बैठक के बाद विभाजन का सामना करना पड़ा है। शरद पवार के भतीजे अजित पवार के नेतृत्व वाला धड़ा भाजपा और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना की महाराष्ट्र सरकार में शामिल हो गया है। शरद पवार गुट वर्तमान में कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) के साथ महाराष्ट्र में विपक्ष का हिस्सा है।
 
9. शिवसेना (UBT) : बालासाहेब ठाकरे द्वारा स्थापित शिवसेना पिछले साल जून में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में विधायकों के एक बड़े हिस्से के भाजपा से हाथ मिलाने के साथ विभाजित हो गई थी। 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के बाद, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने भाजपा के साथ अपने संबंध तोड़ लिए थे और महा विकास अघाड़ी सरकार बनाने के लिए राकांपा और कांग्रेस के साथ हाथ मिला लिया था।
 
10. समाजवादी पार्टी (SP) : पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश में मुख्य विपक्षी पार्टी है। यह एक ऐसा राज्य है जो लोकसभा में अधिकतम सदस्य भेजता है। वर्तमान में उसके 3 लोकसभा और 3 राज्यसभा सदस्य हैं।
 
11. राष्ट्रीय लोक दल (RLD) : रालोद को मुख्य रूप से पश्चिमी उत्तर प्रदेश से समर्थन प्राप्त है और इसका नेतृत्व जयंत चौधरी कर रहे हैं जो पार्टी के संस्थापक अजित सिंह के बेटे और पूर्व प्रधानमंत्री चरण सिंह के पोते हैं। जयंत चौधरी पार्टी के एकमात्र सांसद (राज्यसभा) हैं।
 
12. अपना दल (कमेरावादी) : अपना दल का यह गुट पार्टी के संस्थापक सोनेलाल पटेल की पत्नी कृष्णा पटेल और बेटी पल्लवी पटेल के नेतृत्व में है। कमेरावादी गुट समाजवादी पार्टी के साथ जुड़ा हुआ है, जबकि केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के नेतृत्व वाला अपना दल (सोनेलाल) भाजपा के नेतृत्व वाले राजग का हिस्सा है।
 
13. जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) : पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली नेकां जम्मू-कश्मीर में एक प्रमुख राजनीतिक दल है। वर्तमान में इसके 3 लोकसभा सदस्य हैं।
 
14. पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) : जम्मू-कश्मीर में एक और प्रमुख राजनीतिक ताकत रही पीडीपी का नेतृत्व पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती कर रही हैं। वर्तमान में लोकसभा में इसका कोई प्रतिनिधित्व नहीं है।
 
15. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) : वाम धड़े की प्रमुख पार्टी माकपा केरल में वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) सरकार का नेतृत्व कर रही है। पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा और तमिलनाडु सहित कुछ अन्य राज्यों में भी इसका कुछ प्रभाव है। इसके 8 सांसद (लोकसभा में 3 और राज्यसभा में 5) हैं।
 
16. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) : भाकपा केरल में सत्तारूढ़ एलडीएफ का हिस्सा है। इसके 2 लोकसभा सदस्य और 2 राज्यसभा सदस्य हैं।
 
17. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) :  लिबरेशन सीपीआई-एमएल (लिबरेशन) बिहार में सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा है। दीपांकर भट्टाचार्य के नेतृत्व वाली पार्टी के राज्य में 12 विधायक हैं।
18. रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (RSP) : वाम धड़े का हिस्सा आरएसपी का केरल से एक लोकसभा सदस्य है। पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा सहित कुछ अन्य राज्यों में इसका मामूली जनाधार है।
 
19. ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक : नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वारा स्थापित, पार्टी अब वाम मोर्चे का एक छोटा घटक है। वर्तमान में संसद या किसी भी राज्य विधानसभा में इसका कोई प्रतिनिधित्व नहीं है। पार्टी को उन राज्यों में कुछ समर्थन हासिल है, जहां कभी वाम दलों का वर्चस्व था।
 
20. मरुमलार्ची द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (MDMK) : राज्यसभा सांसद वाइको के नेतृत्व वाली एमडीएमके तमिलनाडु में द्रमुक के नेतृत्व वाले गठबंधन का हिस्सा है। तमिलनाडु और पुडुचेरी में उसका जनाधार है।
 
21. विदुथलाई चिरुथैगल काची (VCK) : इसका नेतृत्व थोल थिरुमावलवन करते हैं। वीसीके तमिलनाडु में द्रमुक के नेतृत्व वाले गठबंधन का हिस्सा है। थिरुमावलवन इसके एकमात्र लोकसभा सदस्य हैं।
 
22. कोंगुनाडु मक्कल देसिया काची (KMDK) : कारोबारी से नेता बने ईआर ईश्वरन के नेतृत्व वाली केएमडीके तमिलनाडु में द्रमुक नीत गठबंधन का हिस्सा है। उसे पश्चिमी तमिलनाडु में कुछ समर्थन हासिल है। पार्टी के लोकसभा में 1 सदस्य एकेपी चिनराज हैं, लेकिन उन्होंने द्रमुक के चुनाव चिह्न पर जीत हासिल की।
 
23. मणिथनेय मक्कल काची (MMK) : एमएमके का नेतृत्व एमएच जवाहिरुल्ला कर रहे हैं और यह तमिलनाडु में द्रमुक नीत गठबंधन का हिस्सा है। जवाहिरुल्ला वर्तमान में विधायक हैं और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) के सदस्य के रूप में भी कार्य करते हैं।
 
24. इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) : मुख्य रूप से केरल में स्थित आईयूएमएल लंबे समय से कांग्रेस की सहयोगी रही है। लोकसभा में इसके 3 और राज्यसभा में 1 सदस्य हैं।
 
25. केरल कांग्रेस (एम) : केरल में स्थित पार्टी के एक लोकसभा और एक राज्यसभा सदस्य हैं। इसने माकपा नीत एलडीएफ के हिस्से के रूप में राज्य में 2021 का विधानसभा चुनाव लड़ा था।
 
26. केरल कांग्रेस (जोसेफ) : केरल में स्थित, केरल कांग्रेस (जोसेफ) पार्टी कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ का हिस्सा है, जो पिछले विधानसभा चुनावों में केरल में माकपा के नेतृत्व वाले एलडीएफ के लिए मुख्य प्रतिद्वंद्वी था।(वेबदुनिया/एजेंसी) Edited by: Vrijendra Singh Jhala
 

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