नई दिल्ली। दक्षिण-पश्चिमी दिल्ली के द्वारका में दिल्ली पुलिस की एक महिला सब-इंस्पेक्टर (एसआई) से उसके वकील पति ने कथित तौर पर मारपीट की। पुलिस ने सोमवार को बताया कि यह मामला तब सामने आया, जब एसआई डोली तेवतिया ने ट्विटर पर अपनी परेशानी बताई और एक वीडियो भी पोस्ट की जिसमें द्वारका में उसका पति उससे गालीगलौज करते तथा लड़ते हुए दिख रहा है।
एसआई ने अपने निजी ट्विटर हैंडल से कहा कि मैं दिल्ली पुलिस में सब-इंस्पेक्टर हूं। अभी मातृत्व अवकाश पर हूं। मेरा वकील पति तरुण डबास लगातार मुझसे दुर्व्यवहार कर रहा है। आज उसने दिनदहाड़े मुझे पीटा। कृपया कार्रवाई कीजिए।
वीडियो में व्यक्ति को अपनी काले रंग की एसयूवी से एक खड़ी कार को टक्कर मारते हुए देखा जा सकता है और बाद में उसे अपनी पत्नी से झगड़ते हुए देखा गया। उसने अपनी पत्नी से मारपीट की और उसे जान से मारने की भी धमकी दी।
एसआई ने ट्विटर के जरिए दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) से भी मदद मांगी जिसके बाद आयोग ने पुलिस को नोटिस जारी किया है। तेवतिया ने सोमवार को कहा कि उन्होंने अभी तक डबास के खिलाफ 3 शिकायतें दर्ज कराई है। मामले में कार्रवाई करते हुए दिल्ली पुलिस ने उसके पति के खिलाफ एक मामला दर्ज कर लिया और जांच कर रही है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि नजफगढ़ पुलिस थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 323, 341, 427 और 506 के तहत एक मामला दर्ज किया गया है। महिला एसआई और उसके भाई सुमीत कुमार की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है। शिकायत में कुमार ने आरोप लगाया कि डबास ने सितंबर में कई बार उससे मारपीट भी की।
कुमार ने कहा कि डबास और उसके साथ आए 5-7 गुंडों ने 4 सितंबर 2022 को रोहिणी हेलीपोर्ट के समीप मुझ पर हमला किया था। मैंने पीसीआर को फोन किया था और किसी तरह पुलिस ने मुझे बचाया था। रोहिणी के संयुक्त पुलिस आयुक्त कार्यालय को एक शिकायत भी दी गई थी। बार-बार एक ही तरह की धमकी मिलने के बाद मैंने पुलिस से अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कहा है। हालांकि डबास के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
इस बीच डीसीडब्ल्यू अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने ट्विटर पर कहा कि एक महिला पुलिसकर्मी भी सुरक्षित नहीं है और उसे सोशल मीडिया पर मदद मांगनी पड़ी। मालीवाल ने कहा कि दिल्ली पुलिस की सब-इंस्पेक्टर के साथ उसका पति कई महीनों से मारपीट कर रहा है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। पुलिस ही टि्वटर पर मदद मांगने को मजबूर है। मैं दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी कर रही हूं। सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। पुलिस ही सुरक्षित नहीं होगी तो आम महिला कैसे सुरक्षित होगी?(भाषा)