Rahul Gandhi Jammu Kashmir visit: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा है कि वह शादी करने की योजना नहीं बना रहे हैं, लेकिन अगर होती है तो ठीक है। हालांकि वह 20-30 वर्षों से शादी के दबाव से बाहर निकल चुके हैं। राहुल ने पिछले हफ्ते जम्मू-कश्मीर की यात्रा के दौरान कश्मीरी छात्राओं के साथ बातचीत के दौरान यह टिप्पणी की।
शादी करूंगा तो जरूर बुलाऊंगा : उनका यह भी कहना था कि वह 20-30 वर्षों से शादी के दबाव से बाहर निकल चुके हैं। राहुल ने उन लड़कियों से यह भी कहा कि वह अपनी शादी में उन्हें आमंत्रित करेंगे। उन्होंने एक बार फिर जम्मू-कश्मीर का पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग उठाई और कहा कि इस केंद्र शासित प्रदेश को दिल्ली से चलाने का कोई मतलब नहीं है। ALSO READ: रहते हैं जम्मू में, मतदान करेंगे कश्मीर के विधानसभा क्षेत्रों के लिए
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बारे में पूछे जाने पर राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री के साथ मेरी समस्या यह है कि वह किसी की बात नहीं सुनते हैं। मुझे ऐसे किसी भी व्यक्ति से समस्या है जो शुरू से मान लेता है कि वह सही है, यहां तक कि अगर उसे कोई कुछ दिखा रहा है कि वह गलत है, तो वह इसे स्वीकार नहीं करेंगे। ऐसे में इस प्रकार का व्यक्ति हमेशा कोई न कोई समस्या पैदा करता है।
पहली बार पूर्ण राज्य का दर्जा छिना : उनका कहना था कि यह असुरक्षा से आता है, यह ताकत से नहीं आता है। यह कमजोरी से आता है। कांग्रेस नेता ने जम्मू-कश्मीर में आगाम विधानसभा चुनाव के बारे में भी बात की और छात्राओं से कहा कि यह भारतीय इतिहास में पहली बार है कि किसी प्रदेश से उसका पूर्ण राज्य का दर्जा छीन लिया गया है। ALSO READ: अमित शाह ने जम्मू कश्मीर में नेकां से गठजोड़ पर कांग्रेस से पूछे 10 सवाल
उन्होंने कहा कि जिस तरह से यह किया गया, वह हमें पसंद नहीं आया। लेकिन, अब हमारे लिए सिद्धांत राज्य का दर्जा वापस पाना है और इसमें जम्मू कश्मीर और लद्दाख के लोगों को प्रतिनिधित्व शामिल है। राहुल ने कहा कि इस प्रदेश को दिल्ली से चलाने का कोई मतलब नहीं है। (एजेंसी/वेबदुनिया)