वसुंधरा राजे ने दिए जांच के निर्देश: मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और नागरिक उड्डयन विभाग को शिकायत मिली थी कि प्रदेश की 17 राजकीय हवाई पट्टियों पर विमान उतारने पर पर्यटकों से अवैध वसूली की जा रही है। इसमें रणथम्भौर नेशनल पार्क में ज्यादातर पर्यटकों की आवाजाही के कारण सवाई माधोपुर में सबसे ज्यादा उगाही की जा रही है।
ऐसे हुई अवैध वसूली: राज्य सरकार ने 2009 में परिपत्र के जरिये गाइडलाइन्स जारी करते हुए हवाईपट्टियों पर पर्यटकों के लिए टोकन मनी लेकर लैण्डिंग की इजाजत देने का प्रावधान किया हुआ है। हालांकि टोकन मनी के रूप में एम्बुलेंस के लिए 2 हजार,फायर ब्रिगेड के लिए 2 हजार,सफाई के लिए 1000 और सुरक्षा के लिए 5000 की राशि जमा करवाने का प्रावधान किया था।
नामी हस्तियों से वसूली: सवाई माधोपुर, भरतपुर, झालावाड़, बांसवाड़ा, हमीरगढ़ (भीलवाड़ा), सिरोही, आबूरोड, जालोर-नून, फलोदी, नागौर, झुंझुनूं, पडिहारा-रतनगढ़, गंगानगर-लालगढ़, थानागाजी-अलवर, सीकर, सोजत-पाली सहित राजस्थान की 31 हवाई पट्टियों पर सैकड़ों की संख्या में पर्यटक आते हैं जिनसे करोड़ों रुपए की राशि की अवैध वसूली की गई है।
एसीबी कर सकती है जांच: यह मामला इतना बड़ा है कि एकबारगी तो विभाग एसीबी जांच करवाने पर भी विचार कर रहा है। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने यह तय किया है कि इन निजी विमान कंपनियों को चार सेवाओं के लिए टोकन मनी लेकर लैंडिंग कराई जाए। इसकी अवहेलना की शिकायत मिलने पर मुख्यमंत्री और फिर अजीत कुमार सिंह ने सख्त रुख दिखाया है। इस एक्शन के चलते स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों के खिलाफ बकाया राशि वसूली से लेकर निलंबित करने की कार्रवाई होगी।