केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने सोमवार को यह जानकारी दी। गत एक दिसंबर को पश्चिम बंगाल और ओडिशा में इस समूह से संबंधित 20 से अधिक परिसरों पर छापेमारी की गई थी। वहां से मिले दस्तावेजों और डिजिटल आंकड़ों से बेहिसाब नकद भुगतान, बेहिसाब नकद राशि से खरीद और बिक्री, उत्पादन को कम दिखाने समेत अन्य की जानकारी देने वाले सबूत मिले हैं।
सीबीडीटी ने दावा किया कि समूह के एक महत्वपूर्ण व्यक्ति ने इस तरह के चलन की बात स्वीकार की। सीबीडीटी ने बताया कि 75 लाख रुपए की नकदी और 2.26 करोड़ रुपए मूल्य के आभूषण जब्त किए गए, जबकि कुछ बैंक लॉकर पर अंकुश लगा दिये गए। तलाशी अभियान से अब तक करीब 100 करोड़ रुपए के बेहिसाब धन का पता चला है।(भाषा)