यह वार्ता इन खबरों के बीच हुई कि रूस, चीन को इसके लिए तैयार करने का प्रयास कर रहा है कि वह परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) में भारत के प्रवेश का समर्थन करे। रूस और अमेरिका एनएसजी में प्रवेश के भारत के प्रयास का मजबूती से समर्थन कर रहे हैं और दोनों देशों ने इसके लिए कई देशों से सम्पर्क किया कि वे इस समूह में भारत के प्रवेश का समर्थन करें।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, 'चर्चाओं में अंतरराष्ट्रीय एजेंडे से संबंधित व्यापक मुद्दे शामिल थे जिसमें परमाणु और जनसंहार हथियार आतंकवाद, परमाणु उर्जा शामिल थे।' रूस के विदेश मंत्रालय के परमाणु अप्रसार और हथियार नियंत्रण विभाग के प्रमुख मिखाइल उल्यानोव 23-24 मार्च को यहां पर निरस्त्रीकरण और परमाणु अप्रसार पर वार्षिक चर्चा के लिए आए थे।(भाषा)