रक्षा सूत्रों ने बताया कि बालासोर जिले में चांदीपुर स्थित एकीकृत परीक्षण रेंज के पास से दोपहर 12 बजकर 55 मिनट पर 'हेलीना' का सफल परीक्षण किया गया। मिसाइल ने सफलतापूर्वक अपने लक्ष्य को भेदा और इसे रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने इसे विकसित किया है और यह दुनिया के सर्वाधिक अत्याधुनिक एंटीटैंक हथियारों में एक है। यह मिसाइल इंफ्रारेड इमेजिंग सीकर (आईआईआर) से दिशा-निर्देशित होती है।
गौरतलब है कि 13 जुलाई 2015 को राजस्थान के जैसलमेर स्थित एक फायरिंग रेंज से हेलीना के 3 दौर का परीक्षण किया गया था। साथ ही, पिछले साल 19 अगस्त को पोखरण टेस्ट रेंज से रुद्र हेलीकॉप्टर के जरिए भी इसका सफल परीक्षण किया गया था।