आईएए ने 'भारत ऊर्जा परिदृश्य 2021' में कहा कि 2040 तक प्राथमिक ऊर्जा खपत बढ़कर लगभग 112.3 करोड़ टन तेल के बराबर हो जाएगी, जो मौजूदा स्तर के मुकाबले दोगुना है। इस समय तक जीडीपी के 8,600 अरब डॉलर होने का अनुमान है। इस समय चीन, संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ के बाद भारत चौथा सबसे बड़ा वैश्विक ऊर्जा उपभोक्ता है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 2040 तक भारत की जीडीपी में होने वाली वृद्धि जापान की अर्थव्यवस्था के बराबर होगी और भारत इस लिहाज से 2030 तक यूरोपीय संघ को पीछे छोड़कर तीसरे स्थान पर आ जाएगा। रिपोर्ट के मुताबिक 2019 से 2040 तक वैश्विक ऊर्जा मांग में बढ़ोतरी का लगभग एक चौथाई हिस्सा भारत से आएगा, जो किसी भी दूसरे देश के मुकाबले अधिक है। (भाषा)