उन्होंने कहा कि दलाई लामा के अरुणाचल प्रदेश के दौरे के पीछे कोई सियासी कोण नहीं है। यह पूरी तरह धार्मिक है। अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न हिस्सा है और चीन को उनके दौरे पर कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए और ना ही चीन को भारत के आंतरिक मामलों में दखल देना चाहिए। रिजीजू ने कहा कि भारत ने कभी भी चीन के आंतरिक मामलों में दखल नहीं दिया और वह चीन से भी ऐसी ही उम्मीद रखता है।