प्रथम ‘टू-प्लस-टू’ वार्ता सितंबर 2018 में दिल्ली में हुई थी, जिसके पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस तंत्र को मंजूरी दी थी। वार्ता का दूसरा संस्करण पिछले साल दिसंबर में वाशिंगटन में हुआ था।
मंत्री स्तरीय वार्ता का नया ढांचा, दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी के लिए आगे की ओर सोच रखने वाली दूरदृष्टि मुहैया करने को लेकर आरंभ किया गया। वार्ता के तीसरे संस्करण में दोनों पक्षों के हिंद-प्रशांत क्षेत्र और भारत के पड़ोस के क्षेत्र के अलावा अहम द्विपक्षीय मुद्दों पर पर चर्चा होने की उम्मीद है।
अगले महीने अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव हैं इसलिए इसका का दायरा सीमित होगा। यदि इस वार्ता में दोनों देशों के बीच बेसिक एक्सचेंज एंड कोऑपरेशन फॉर जिओ स्पैटिएल कोऑपरेशन (बीका, BECA) डील पर सहमति बन जाती है तो यह वार्ता की सबसे बड़ी उपलब्धि होगी। (एजेंसियां)