लेफ्टिनेंट जनरल देवराज अंबु ने टाइम्स नाउ से बात करते हुए कहा कि सैनिकों के खिलाफ एफआईआर दुखद है, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि जांच के बाद सच्चाई सामने आ जाएगी। हालांकि उन्होंने जवानों पर सैन्य कार्रवाई को सही फैसला बताया।
उन्होंने कहा कि शोपियां में फायरिंग आत्मरक्षा में की गई थी। उन्होंने कहा कि परिस्थितियों के अनुरूप सैनिकों का कदम सही था। ऐसे में एफआईआर की जरूरत नहीं थी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं होगी, लेकिन मेजर आदित्य से पूछताछ की जा सकती है। उन्होंने कहा कि एफआईआर के मामले में सेना सरकार के फैसले से सहमत नहीं है।