मुंबई। बैंकों ने कहा है कि जमा दरें घटाने की उनके पास और गुंजाइश है जिससे उन्हें ऋण की ब्याज दरें कम करने में मदद मिल सकती है, किंतु उन्हें इस बात का डर है कि यदि वे जमा की ब्याज दर और घटाते हैं तो लोग बैंकों से पैसा निकालकर पीपीएफ व करमुक्त बांड जैसी बचत प्रतिभूतियों में लगाने लगेंगे।