Israel Hamas war : इसराइल में 7 अक्टूबर को हमास के हमले के दौरान केरल की 2 महिलाओं ने सुपरवुमैन की तरह एक बुजुर्ग दंपत्ति की रक्षा की। उन्होंने असाधारण साहस एवं पराक्रम का परिचय देते हुए साढे 4 घंटों तक हमलावरों को घरों में घुसने से रोका। दोनों पिछले 3 साल बुजुर्ग दंपत्ति की देखभाल कर रही थीं।
भारत में इजराइली दूतावास ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक पोस्ट में केरल की 2 महिलाओं सविता और मीरा मोहनन को भारत की असाधारण पराक्रमी महिलाएं (इंडियन सुपरवुमैन) बताते हुए उनका सम्मान किया।
दूतावास ने सविता का वायरल वीडियो भी साझा किया जिसमें उन्होंने बताया कि हमास समूह के 7 अक्टूबर को अचानक हमला करने के बाद क्या हुआ था। सविता ने अपने वीडियो संदेश में उस दर्दनाक घटना का स्पष्ट रूप से वर्णन किया जब उसने और मोहनन ने बहादुरी से अपनी एवं उस बुजुर्ग दंपति की रक्षा की जिनकी वे देखभाल कर रहे थे।
सविता ने बताया कि घर के अंदर सुरक्षा कक्ष के दरवाजे की कुंडी को उन्होंने कसकर पकड़ लिया था। गोलियों की बौछार के बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और साहसपूर्वक हमलावरों को अंदर घुसने से रोके रखा। जिस दंपति की देखभाल वे कर रही थी उसमें से महिला तंत्रिका तंत्र संबंधी एएलएस बीमारी से पीड़ित है।
सविता ने कहा कि कुछ देर बाद घर में आतंकवादियों के घुसने की आवाज आई। इस दौरान गोलीबारी और कांच के टूटने की आवाजें आ रही थीं। हमने दोबारा उनकी बेटी को फोन किया और पूछा कि क्या करें। उसने हमें सुरक्षा कक्ष के दरवाजे के हैंडल को पकड़े रहने के लिए कहा।
सविता ने कहा कि हम दोनों ने करीब साढ़े चार घंटे तक हैंडल को पकड़े रखा जबकि हमलावर दरवाजे खोलने की मांग के साथ गोली बरसा रहे थे।
आतंकवादी हमारे घर में सुबह साढ़े सात बजे घुसे थे। उन्होंने घर में सबकुछ बर्बाद कर दिया। हमें नहीं पता घर में क्या चल रहा था। करीब एक बजे हमें और गोलियों के चलने की आवाज सुनाई दी। बुजुर्ग व्यक्ति ने बताया कि इसराइली डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) हमें बचाने के लिए आ गए हैं।'
आईडीएफ के आने के बाद वे सभी बाहर गए और देखा कि घर के अंदर का सामान नष्ट और लूट लिया गया था। उनके पास कुछ नहीं है यहां तक की मीरा का पासपोर्ट भी लूट लिया गया।
Edited by : Nrapendra Gupta