अब फास्टैग लगे वाहनों को टोल प्लाजा पर रुकने की जरूरत नहीं होगी और वे तेजी से बिना किसी रुकावट आगे जा सकेंगे। फास्टैग आरएफआईडी टैग है, जो बैंकों और साझा सेवा केंद्रों के जरिए ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरीके से उपलब्ध हैं।
बयान में कहा गया है कि हजारों की संख्या में लोगों ने दो सप्ताह से भी कम समय में इस ऐप को डाउनलोड किया है और फास्टैग खरीदा है। 31 अगस्त, 2017 तक फास्टैग की पहुंच बढ़कर 18 प्रतिशत हो गई है। सरकार ने एक अक्टूबर, 2017 से बेचे जाने वाले सभी वाहनों पर फास्टैग को अनिवार्य कर दिया है। (भाषा)