चन्द्रमा पर पहुंचने वाले तीन देशों की लिस्ट में पहले नंबर पर अमेरिका, दूसरे पर रूस और तीसरे पर चीन है। अब दो एशियाई देशों के बीच प्रतियोगिता हो रही है कि कौन चौथा स्थान हासिल करेगा। अब देखना होगा कि इजरायल भारत से पहले चन्द्रमा पर अपनी उपस्थिति दर्ज करवा पाता है या नहीं। इजरायल का 600 किमी का लूनर सैटलाइट चौथे नंबर की रेस में भारत से आगे निकल सकता है।
800 करोड़ का मिशन : यह भारत की दूसरी चन्द्रमा यात्रा थी। इसके अलावा भारत के मून रोवर की पहली तस्वीर भी इसरो के 800 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट चंद्रयान-2 मिशन का ही महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसरो के मुताबिक चंद्रयान-2 पूरी तरह से विदेश में विकसित मिशन है। चंद्रयान-2 अंतरिक्ष यान का वजन करीब 3,290 किलोग्राम है और वह चांद के चारों ओर चक्कर लगाते हुए आंकड़े एकत्रित करेगा।