भारतीय सेना ने ध्वस्त किया चीनी टावर, बढ़ा तनाव

शनिवार, 12 सितम्बर 2015 (21:18 IST)
नई दिल्ली। लद्दाख में भारत और चीनी सेना के बीच तनाव उस समय बढ़ गया जब भारतीय सेना और इंडो तिब्बत बॉर्डर पुलिस (आईटीबीपी) के जवानों ने चीनी सैनिकों द्वारा भारतीय सीमा में बनाए गए निगरानी टावर को ध्वस्त कर दिया। 
 
बताया जाता है कि चीन की नजर इस इलाके पर है। यह इलाका काराकोरम राजमार्ग की निगरानी में भारत को लाभ पहुंचाता है। काराकोरम राजमार्ग चीन द्वारा अवैध कब्जे में लिए गए क्षेत्र को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर से जोड़ता है।
 
इसके अलावा, दौलत बेग ओल्डी में एक अडवांस्ड ग्राउंड लैंडिंग सुविधा है जिसे अगस्त 2013 में चालू किया गया था। भारतीय वायुसेना ने समुद्र तट से 16614 फुट की उंचाई पर स्थित इस हवाई पट्टी पर एक सी-130जे सुपर हरक्यूलीज परिवहन विमान को उतारने में सफलता पाई थी।
 
कुटिया बनाए जाने की सूचना आईटीबीपी के जवानों को मिलते ही इस अर्धसैनिक बल और थलसेना का एक संयुक्त गश्ती दल इलाके में भेजा गया और कुटिया को तोड़ डाला गया। सूत्रों ने बताया कि फ्लैग मीटिंग की कोशिशें सफल नहीं हो सकीं क्योंकि चीनी पक्ष फ्लैग मीटिंग के लिए तय की गई तारीख पर नहीं आया।
 
उन्होंने बताया कि पीएलए के सैनिकों ने भारतीय सैनिकों को पीछे धकेलने की कोशिश की थी जिसे नाकाम कर दिया गया।
 
अधिकारियों ने बताया कि भारतीय सैनिकों ने चीनी भाषा में लिखे बैनर दिखाकर पीएलए को अपनी सीमा में वापस जाने को कहा।
 
भारत और चीन 4,000 किलोमीटर से ज्यादा लंबी एलएसी साझा करते हैं। चीन अरूणाचल प्रदेश के करीब 90,000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र पर अपना दावा जताता है। वह जम्मू-कश्मीर के 38,000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र पर भी अपना दावा जताता है।

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