चार नौजवानों में से एक के खिलाफ एजेंसी द्वारा अदालत में भेजी गई रिपोर्ट के अनुसार आतंकवादी भारत के निवासियों और विदेशों में रहने वाले भारतीयों को भर्ती कराना चाहते थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस्लामी राज्य में शामिल होने के बाद चार भारतीय नौजवानों को बुनियादी सैनिक ट्रेनिंग दी गई और उन्होंने इराक और सीरिया में आतंकवादी हमलों में सक्रिय रूप से भाग लिया।
भारतीय खुफिया एजेंसी की सूचना के अनुसार आरिफ मजीद, फहद शेख, अमन तांडेल और शाहीन टंकी ने 2014 के जनवरी से नवंबर तक की अवधि में इस्लामी राज्य में शामिल होने का फैसला किया था।
इस सिलसिले में मजीद ने ऑस्ट्रेलिया, तुर्की, सऊदी अरब, इराक और अमेरिका में विभिन्न लोगों से संपर्क करने की कोशिश की थी, जिन्होंने उनको तुर्की जाकर उनसे फिर से संपर्क करने की सलाह दी।