केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू ने कहा, हमारी ताजा चुनौती आईएसआईएस है। हालांकि यूरोप की तरह का खतरा या वैसी उपस्थिति हमारे यहां नहीं है लेकिन हमें मानना होगा कि भर्ती (आईएसआईएस द्वारा) का प्रयास जारी है।
उन्होंने कहा, स्थिति पर लगाम लगाने में भारत सफल रहा है। लेकिन हमें युवकों पर ध्यान केंद्रित करना होगा और उनको कट्टर बनने से रोकना होगा, उन इलाकों और संस्थानों की पहचान करनी होगी जहां ऐसी चीजें होती हैं।
मुख्यत: दक्षिण भारत के रहने वाले 150 लोग आईएसआईएस के प्रति आकर्षित हैं और समूह की गतिविधियों के प्रति झुकाव रखते हैं। अभी तक 23 भारतीय आईएसआईएस में शामिल हुए हैं, जिनमें से छह की कथित तौर पर मौत हो चुकी है।