उत्तर प्रदेश के लखनऊ के ठाकुरंगज में मंगलवार को एटीएस के साथ मुठभेड़ में मारा गया आईएसआईएस का आतंकवादी कानपुर के जाजमऊ इलाके के केडीए कॉलोनी का रहने वाला था। पुलिस सूत्रों की मानें तो देर रात एसपी सचिंद्र पटेल कई थानों की फोर्स के साथ सैफुउल्ला के जाजमऊ इलाके में बने घर में दबिश दी। घर से पुलिस ने उसके पिता को गिरफ्तार करने के साथ ही तीन अन्य को उठाया है। हालांकि पिता सरफाज को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया।
कानपुर पुलिस के मुताबिक आतंकी सैफुल्लाह आईएसआईएस के खुरासन माड्यूल का सदस्य था। तो वहीं कानपुर से गिरफ्तार किए गए इमरान और फैजल खां के पास से आईएसआईएस से जुड़े होने के कई सुबूत मिले हैं। लखनऊ में एनकाउंटर में मारे गए आतंकी सैफुल्लाह और इमरान के बीच गहरी दोस्ती थी। दोनों एक साल पहले आतंकवादी संगठन आईएसआईएस से जुड़े थे।
दोनों को बम बनाने और भारत में दहशत फैलाने की जिम्मेदारी दी गई थी। सैफुल्लाह का पिता सरफाज अहमद उर्फ राशिद टेनरी में नौकरी करता है। इसके चार बेटे हैं, जिसमें सैफुल्लाह सबसे बड़ा था। जिस मकान में सैफुल्लाह रहता था वह उसके पिता ने एक साल पहले सऊदी में रहने वाले एक व्यक्ति से खरीदा था।
लैपटॉप में बम बनाने के वीडियो के अलावा आईएसआईएस का साहित्य भी मिला है। पुलिस का दावा है कि ये आतंकी कानपुर में होली के बाद बड़े धमाके के प्लान में थे। पुलिस सूत्रों की माने तो इमरान सोमवार को भोपाल और मंगलवार सुबह लखनऊ से शहर लौटा था। पूछताछ में इमरान और उसके भाई फैसल ने आईएसआईएस से जुड़े लोगों से रिश्ते होने की बात कबूली है।
उज्जैन विस्फोट के दो आतंकी कानपुर के : मंगलवार सुबह भोपाल के कालापीपल रेलवे स्टेशन के पास उज्जैन-भोपाल पैसेंजर की एक बोगी में विस्फोट हो गया। धमाके में एक दर्जन से अधिक यात्री घायल हुए हैं। एमपी पुलिस ने मामले में होशंगाबाद के पिपरिया से तीन लोगों को पकड़ा है। इन तीनों में दो कानपुर के है। पकड़ा गया संदिग्ध दानिश अख्तर उर्फ जफर यहां केडीए कॉलोनी और दूसरा आतिश मुजर्फर उर्फ अल कासिम जाजमऊ कानपुर का रहने वाला है।