यूएई से भारत लाए गए तीन ISIS संदिग्ध एनआईए द्वारा गिरफ्तार

शनिवार, 30 जनवरी 2016 (00:24 IST)
नई दिल्ली। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (आईएसआईएस) से कथित तौर पर सहानुभूति रखने वाले और भारत सहित कुछ अन्य देशों में आतंकवादी हमलों को अंजाम देने के मिशन पर रहे तीन भारतीयों को यहां वापस भेज दिया है। यहां उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। एनआईए शनिवार को उन्हें कोर्ट में पेश करेगी।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि अदनान हुसैन, मोहम्मद फरहान और शेख अजहर अल इस्लाम को भारत वापस भेजा गया। कल रात दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आने के बाद एनआईए ने उन्हें हिरासत में ले लिया। वे महाराष्ट्र, कर्नाटक और जम्मू-कश्मीर के रहने वाले हैं। 
 
सूत्रों ने बताया कि अदनान, फरहान और इस्लाम पर आरोप है कि वे भारत सहित अन्य मित्र देशों में आतंकवादी हमलों की साजिश रचने और उन्हें अंजाम देने के अपने मिशन के लिए भारत एवं अन्य देशों में भारतीय नागरिकों की पहचान करने, उन्हें प्रेरित करने, उनमें कट्टर सोच भरने, उन्हें भर्ती करने और उन्हें प्रशिक्षित करने के काम में शामिल थे। माना जाता है कि ये तीनों युवक आईएसआईएस के अबु धाबी मॉड्यूल के सदस्य थे।
 
इस बाबत मामला दर्ज करने के बाद एनआईए इन संदिग्धों से पूछताछ कर रही है और उन्हें जल्द ही औपचारिक तौर पर गिरफ्तार किया जा सकता है। पिछले साल 15 सितंबर को यूएई ने आईएसआईएस से कथित रिश्ता रखने के संदेह में चार भारतीयों को वापस भेज दिया था।
 
यूएई ने पिछले साल 37 साल की अफ्शां जबीन उर्फ निकी जोसेफ को भी वापस भारत भेजा था। अफ्शां पर आईएसआईएस की खातिर नौजवानों की भर्ती में शामिल होने का आरोप था। जनवरी 2015 में हैदराबाद के सलमान मोहिउद्दीन को उस वक्त गिरफ्तार कर लिया गया था, जब वह तुर्की के रास्ते सीरिया जाने के मकसद से दुबई जाने वाले विमान में सवार होने की तैयारी में था।
 
भारतीय खुफिया एजेंसियों के मुताबिक अब तक कुल 23 भारतीय आईएसआईएस में शामिल हो चुके हैं, जिनमें छह इराक-सीरिया में हुई अलग-अलग वारदातों में कथित तौर पर मारे जा चुके हैं। इन 23 भारतीयों में प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन इंडियन मुजाहिदीन के दो फरार सदस्य भी शामिल हैं, जो पाकिस्तान स्थित अपने ठिकानों से गए थे।
 
सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक, मारे गए छह लोगों की पहचान आतिफ वसीम मोहम्मद (आदिलाबाद, तेलंगाना), मोहम्मद उमर सुभान (बेंगलूर), मौलाना अब्दुल कादिर सुल्तान अरमार (भटकल, कर्नाटक), सहीम फारूक टंकी (ठाणे), फैज मसूद (बेंगलुरु) और मोहम्मद साजिद उर्फ बड़ा साजिद (आजमगढ़, उत्तर प्रदेश) के तौर पर की गई है। करीब 150 ऐसे भारतीयों पर नजर रखी जा रही है जिनके इंटरनेट के जरिए आईएसआईएस से कथित संबंध हैं। (भाषा)

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