गौरतलब है कि अब तक चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर किसी ने अंतरिक्ष यान उतारने की कोशिश नहीं की है। इसरो के अध्यक्ष के. सिवन ने यहां बताया कि आज की तारीख तक किसी ने भी क्षेत्र में यान उतारने की कोशिश नहीं की। यह (चंद्रमा की) विषुवत रेखा के पास है। हम पहली बार चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव में यान (चंद्रयान-2) उतारने की कोशिश करेंगे।
इस हफ्ते की शुरुआत में इसरो ने कहा कि चंद्र मिशन के सभी 3 मॉड्यूल (ऑर्बिटर, लैंडर (विक्रम) और रोवर (प्रज्ञान)- जुलाई) में निर्धारित प्रक्षेपण के लिए तैयार हो रहे हैं और लैंडर सितंबर की शुरुआत में चंद्रमा की सतह पर उतर सकता है।