मंगल के बाद इसरो की नजरें शुक्र और बृहस्पति पर

बुधवार, 4 जनवरी 2017 (22:39 IST)
तिरुपति। अपने सफल 'मार्स ऑर्बिटर मिशन' के बाद इसरो की नजर बृहस्पति और शुक्र पर जाने के अंतर ग्रहीय मिशन पर है।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के सहायक निदेशक एम नागेश्वर राव ने कहा, हम अन्य ग्रहों पर गौर कर रहे हैं, जहां हम नई जानकारी जुटा सकें। इसलिए उनमें से दो बृहस्पति और शुक्र हैं। अभियान के तहत यह विश्लेषण किया जाएगा कि हमें किस तरह के उपग्रह बनाने होंगे और हमें किस तरह के रॉकेट की जरूरत होगी। 
 
उन्होंने यहां भारतीय विज्ञान कांग्रेस के एक सत्र में कहा, अध्ययन जारी है और एक ठोस योजना बनाने में कुछ बरस लग सकते हैं। उन्होंने बताया कि शुक्र पर उपग्रह भेजने का मौका 19 महीने में एक बार आता है।
 
उन्होंने बताया कि मार्स ऑर्बिटर मिशन के लिए एक 'फॉलो अप' मिशन की भी योजना बनाई जा रही है। हम मंगल के 70000 किलोमीटर करीब जाना चाहते हैं। चंद्रयान 2 के लिए भी काम जारी है। परियोजना में एक लैंडर और एक रोवर शामिल है।
 
इसलिए पहली बार इसरो का चंद्रमा पर अपना लैंडर होगा जो अंतरिक्ष एजेंसी को चंद्रमा के बारे में ब्योरा देगा। इस बार इसरो इस परियोजना पर अकेले काम करेगा। चंद्रयान 2 को अगले साल भेजे जाने की उम्मीद है। (भाषा)

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