रमेश ने ट्वीट किया कि आजाद वर्षों तक जिस पार्टी में रहे, जहां उन्हें सब कुछ मिला, उन्हें उसी पार्टी को बदनाम करने का काम सौंपा गया है। यह उनके स्तर को और गिरा रहा है। उन्होंने आजाद पर निशाना साधते हुए सवाल किया कि आखिर क्यों हर मिनट वे अपने विश्वासघात को सही ठहरा रहे हैं? उन्हें आसानी से बेनकाब किया जा सकता है, लेकिन हम अपना स्तर क्यों गिराएं?
आजाद ने सोमवार को कहा कि देश की सबसे पुरानी पार्टी की नींव कमजोर हो गई है और वह कभी भी बिखर सकती है। उन्होंने यहां बातचीत में यह भी कहा कि बीमार कांग्रेस कंपाउंडर से दवा ले रही है, चिकित्सक से नहीं।(भाषा)