शर्मनाक! कश्मीर में लहराया पाकिस्तानी झंडा...

सुरेश एस डुग्गर

सोमवार, 14 अगस्त 2017 (18:32 IST)
श्रीनगर। एक तरफ मदरसों में राष्ट्रगीत गाने और तिरंगा फहराने के आदेश पर सियासी तूफान खड़ा हुआ है, दूसरी ओर 15 अगस्त से एक दिन पहले सोमवार को पाकिस्तान की आजादी की सालगिरह पर श्रीनगर में कई जगहों पर पाकिस्तानी झंडे लगे नजर आए। हालांकि इस मामले में कोई राजनीतिक बयानबाजी नहीं हुई। 
 
महिला अलगाववादी नेता आसिया अंद्राबी के नेतृत्व वाली दुख्तराने मिल्लत के कार्यकर्ताओं ने तो खुलेआम पाकिस्तानी झंडा लगा दिया। इस दौरान कार्यकर्तायों ने पाकिस्तान का राष्ट्र गान भी गाया। इससे पहले सीआरपीएफ और पुलिस के अतिरिक्त बलों को शहर के अलग-अलग इलाकों में तैनात किया गया था। दुख्तराने मिल्लत संगठन के प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश के कई जिलों में पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस को मनाने के लिए कई समारोहों का आयोजन किया गया।
 
ताजा घटनाक्रम में भी पाकिस्तान के आजादी दिवस के मौके पर कई स्थानों पर पाकिस्तानी झंडे नजर आए थे। हालांकि बाद में सुरक्षाबलों ने इन सभी को हटा दिया था पर कड़े सुरक्षा प्रबंधों और हजारों सुरक्षाकर्मियों की मौजूदगी के बावजूद ऐसा कैसे संभव हो गया, कोई जवाब देने को राजी नहीं है।
 
दूसरी ओर कश्मीर में अलगाववादी संगठन जम्मूकश्मीर लिबरेशन फ्रंट के प्रमुख यासीन मलिक की पत्नी मुशल हुसैन मलिक ने पाकिस्तान को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी। फेसबुक में एक वीडियो पोस्ट करते हुए मुशल ने पाकिस्तान के लोगों को अपने और कश्मीर की तरफ से स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं और एक बार फिर कश्मीर का राग अलापा।
 
यासीन मलिक की पत्नी ने कहा कि सारे पाकिस्तानियों को स्वतंत्रता दिवस बहुत-बहुत मुबारक हो। मेरी तरफ से और सारी कश्मीरी कौम की तरफ से आजादी की 70वीं सालगिरह के लिए बधाइयां। मैं चाहती हूं कि एक दिन ऐसा भी आए कि कश्मीरी भी एक दिन आजादी का जश्न मनाएं। इसके लिए सभी पाकिस्तानियों का साथ चाहिए। अलगाववादी नेता यासीन मलिक की पत्नी ने कश्मीर के मुद्दे को छेड़ते हुए कहा कि कश्मीर की आजादी के लिए पाकिस्तान के लोगों की मदद चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं पाकिस्तानी कौम से चाहूंगी कि वे लोग कश्मीरी कौम की आजादी के लिए आगे आएं और अहम रोल प्ले करें।
 
जानकारी के लिए कश्मीर घाटी में स्वतंत्रता दिवस समारोहों की सकुशलता की खातिर चप्पे-चप्पे पर जवानों केा तैनात किया जा चुका है। जबकि अलगाववादियों के 15 और 16 अगस्त के बंद से भी निपटने की तैयारी की जा चुकी है। इस बीच सेना के साथ मुठभेड़ में आतंकियों के मारे जाने के बाद दक्षिण कश्मीर में हालात काफी तनावपूर्ण हैं। स्थिति को देखते हुए पूरे दक्षिण कश्मीर की इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। वहीं श्रीनगर से बनिहाल तक चलने वाली रेल सेवा भी आज स्थगित कर दी गई है।
 
शनिवार को सेना ने शोपियां में एनकाउंटर के दौरान 3 आतंकियों को ढेर कर दिया था। तीनों आतंकी कश्मीर के स्थानीय नागरिक थे। वहीं मारे गए आतंकियों में एक हिज्बुल मुजाहिद्दीन का ऑपरेशनल कमांडर था, जो कि सेना के लिए बड़ी कामयाबी है। यही कारण है कि सरकार ने आतंकियों की मौत के बाद बवाल को रोकने के लिए इंटरनेट और रेल सेवाएं बंद करने का फैसला किया है। वहीं दक्षिण कश्मीर के स्कूल कॉलेज भी बंद रखे गए हैं।
 
राजधानी श्रीनगर में भी कई इलाके आज प्रतिबंधित रखे गए हैं। यह व्यवस्था कल स्वतंत्रता दिवस के मद्देनजर सुरक्षा की दृष्टि से की गई है। प्रतिबंधित किए गए इलाकों में खानयार, नौहट्टा, रैनावाड़ी, एमआर गंज, सफाकदल, मैसूना, करालखुड और राम मुंशी बाग जैसे इलाके प्रमुख हैं।

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