वरिष्ठ भाजपा नेता रविवार को ओपोलो अस्पताल में अन्नाद्रमुक प्रमुख को देखने के लिए पहुंचे थे, जहां उनका 22 सितंबर से इलाज चल रहा है। उन्होंने द्रमुक की ओर से आंतरिक मुख्यमंत्री नामित करने की मांग पर भी सवाल करते हुए कहा कि इस मामले पर निर्णय करना अन्नाद्रमुक पर है, न कि कोई बाहरी इस पर फैसले ले।
उन्होंने कहा कि एक 'लोकप्रिय नेता' के अस्पताल में भर्ती होने के बाद उनकी सेहत को लेकर अफवाहें और अटकलें हैं जिन्हें नहीं होना चाहिए, क्योंकि यह राज्य के लिए लोगों के लिए तथा अस्पताल में भर्ती व्यक्ति के लिए अच्छी नहीं है।