Jharkhand Minister Alamgir Alam arrested by Enforcement Directorate : प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कांग्रेस नेता एवं झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। संघीय एजेंसी ने मंगलवार को उनसे 9 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की थी और उनका बयान भी दर्ज किया था। इस मामले में ईडी की ओर से कुल लगभग 36.75 करोड़ रुपए जब्त किए गए थे क्योंकि एजेंसी ने अन्य स्थानों से भी लगभग 3 करोड़ रुपए जब्त किए थे।
सूत्रों ने बताया कि यहां एजेंसी के क्षेत्रीय कार्यालय में पूछताछ के दूसरे दिन लगभग 6 घंटे तक किए गए सवाल-जवाब के बाद उन्हें धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत हिरासत में ले लिया गया।
एजेंसी ने पिछले हफ्ते एक फ्लैट से 32 करोड़ से अधिक की नकदी जब्त करने के बाद आलम के निजी सचिव एवं राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी संजीव कुमार लाल (52) तथा लाल के घरेलू सहायक जहांगीर आलम (42) को गिरफ्तार किया था।
धन शोधन जांच राज्य ग्रामीण विकास विभाग में कथित अनियमितताओं और रिश्वत लेने से संबंधित है। गिरफ्तार दोनों लोगों की रिमांड की मांग करते हुए, ईडी ने यहां एक विशेष पीएमएलए अदालत को बताया था कि लाल ने कुछ प्रभावशाली लोगों की ओर से कमीशन एकत्र किया और ग्रामीण विभाग में ऊपर से नीचे तक के सरकारी अधिकारी कथित तौर पर रिश्वत लेने की सांठगांठ में शामिल हैं।
कौन हैं आलमगीर : झारखंड सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम का पेशा बिजनेस रहा है। वे खेती से भी जुड़े हैं। उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि मध्यवर्गीय परिवार है। आलमगीर आलम की शैक्षिक योग्यता बीएससी है। आलमगीर आलम 2000 में विधायक बने थे। उसके बाद 2005, 2014 और 2019 में विधायक चुने गए। उन्होंने कभी भी सांसदी का चुनाव नहीं लड़ा। वे बांग्लादेश, मलेशिया, थाईलैंड, सिंगापुर और सऊदी अरब की यात्रा कर चुके हैं। इनपुट भाषा