दरअसल, शपथ लेने के बाद सभी मंत्री सर्वप्रथम राष्ट्रपति का अभिवादन करते हैं, उसके बाद वहां मौजूद लोगों का अभिवादन करते हैं। शपथ के बाद 'महाराज' सिंधिया सीधे कुर्सी पर जाकर बैठ गए। जब किसी के याद दिलाने पर उन्हें अपनी गलती का अहसास हुआ तो उन्होंने फिर राष्ट्रपति को नमस्कार किया।
हालांकि सिंधिया पिछला लोकसभा चुनाव नहीं जीत पाए थे। उन्हें गुना से कृष्णपाल सिंह यादव ने चुनाव हराया था। भाजपा में आने के बाद सिंधिया को मध्यप्रदेश से राज्यसभा भेजा गया था। आज मोदी मंत्रिमंडल में उन्होंने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। उनके साथ ही मध्यप्रदेश के ही डॉक्टर वीरेन्द्र खटीक ने भी कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली।