सत्यार्थी ने कहा, सभी तरह की हिंसा के सबसे ज्यादा शिकार हमेशा बच्चे होते हैं। यौन शोषण इनमें सबसे गंभीर है और यह बेहद खतरनाक तरीके से बढ़ रहा है। यह सभी धर्मो को मानने वाले नेताओं का नैतिक दायित्व है कि वे इस चुप्पी को तोड़ने में मदद करें।
सत्यार्थी द्वारा बीती शाम आयोजित एक गोलमेज सम्मेलन में निजामुद्दीन दरगाह के सूफी अजमल निजामी, अहमदिया समुदाय के सैयद अजीज, एंग्लिकन चर्च ऑफ इंडिया के आर्कबिशप सैम्युअल पी प्रकाश और बहाई के नेशनल स्पिरिचुअल असेंबली के नीलाक्षी राजखोवा समेत कई अन्य लोग शामिल हुए। (भाषा)