भाजपा किसी एक व्यक्ति के भरोसे नहीं चलती है, इसे पूरा संगठन चलाता है। बिहार चुनाव के दौरान पार्टी के ईमानदार कार्यकर्ताओं ने कड़ा परिश्रम किया। लोकतंत्र में हार.जीत चलती रहती है। उन्होंने कहा कि जो चुनाव हार गये हैं, वे मौन व्रत में बैठे हैं। लेकिन जो दड़बे में घुसे बैठे थे, उनकी आवाज मुखरता से आ रही है।