आत्मनिर्भरता के कट्टर समर्थक थे डॉ. कलाम: भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के हिमायती डॉ. कलाम हमेशा कहते थे कि आयातित उत्पादों के बजाय हमें सस्ते स्वदेशी विकल्पों का विकास करना होगा। आयातित चिकित्सा उत्पादों पर निर्भरता से चिंतित डॉ. कलाम कहते थे कि भारत में प्रौद्योगिकीविदों और इंजीनियरों, चिकित्सा पेशेवरों और उद्योग के बीच संवाद की कमी की वजह से हम पिछड़ रहे हैं। उनका मानना था कि भारत के पास विश्वस्तरीय उत्पादों का निर्माण करने के लिए सभी संसाधन उपलब्ध हैं।