अखिलेश ने कहा कि हम कांग्रेसियों को भी धन्यवाद देते हैं, जिन्होंने मध्यप्रदेश में हमारे विधायक को मंत्री नहीं बनाया। कम से कम उन्होंने समाजवादियों का रास्ता साफ कर दिया है। अखिलेश यादव के इस बयान के बाद माना जा रहा है कि वह भाजपा और कांग्रेस से अलग एक तीसरे मोर्चे के गठन की फिराक में हैं।