दिल्ली से पार्टी आलाकमान से आज शाम तक निर्देश प्राप्त हो जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि अगर निर्देश मिलेंगे तो आपको भी इसके बारे में पता चल जाएगा, एक बार निर्देश मिल जाने पर मैं उचित निर्णय लूंगा। येदियुरप्पा (78) ने दोहराया कि वे केंद्रीय नेतृत्व के फैसले का पालन करेंगे। उन्होंने कहा कि वे 'संतुष्ट' हैं और अनुशासन की रेखा को पार नहीं करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वे 100 प्रतिशत सही हैं। हम अनुशासन की सीमा को पार नहीं करेंगे। हम इसका पालन कर रहे हैं और भविष्य में भी ऐसा करेंगे। बेंगलुरु में रविवार को हो रहे संत समागम के बारे में पूछे जाने पर येदियुरप्पा ने कहा कि संतों को किसी तरह की बैठक करने की जरूरत नहीं है, मुझे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पर भरोसा है।
उनके स्थान पर दलित मुख्यमंत्री लाए जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मैं इसके बारे में फैसला नहीं ले सकता हूं, यह फैसला आलाकमान करेगा। पहले यह देखना होगा कि वे आज क्या फैसला लेते हैं। यह पूछने पर कि क्या वह अपने दो वर्षों के काम से संतुष्ट हैं, उन्होंने कहा, अगर आप संतुष्ट हैं तो मेरे लिए यह काफी है।
यह संकेत देते हुए कि सोमवार रात मुख्यमंत्री के पद पर उनका आखिरी दिन होगा, येदियुरप्पा ने हाल में कहा था कि केंद्रीय नेताओं द्वारा 25 जुलाई को निर्देश मिलने के आधार पर वे 26 जुलाई से अपना काम शुरू करेंगे। उनकी सरकार 26 जुलाई को अपने 2 साल पूरे करेगी।