इस पर कर्नाटक सरकार की ओर से पेश हो रहे वरिष्ठ अधिवक्ता फली. एस. नरीमन ने कहा कि न्यायालय कभी 10 हजार, कभी 15 हजार तो कभी छह हजार क्यूसेक पानी देने का निर्देश दे रहा है, लेकिन वह ऐसा किस आधार पर कह रहा है? इस पर न्यायमूर्ति मिश्रा ने कहा कि वह ऐसा अंक गणित के आधार पर कर रहे हैं।