लाल चौक से पानी उतरा, छोड़ गया विनाश के निशान

रविवार, 21 सितम्बर 2014 (22:57 IST)
श्रीनगर, जम्मू। लाल चौक और इसके आसपास के इलाकों से बाढ़ का पानी भले ही उतर गया है लेकिन कश्मीर के व्यावसायिक केंद्र में व्यापारिक गतिविधियां सामान्य होने में लंबा समय लगेगा।
बाढ़ ने अपने पीछे विनाश का निशान छोड़ा है और कश्मीर के व्यावसायिक केंद्र की सड़कों पर ब्रांडेड कंपनियों के कपड़े, इलेक्ट्रॉनिक सामान, घड़ियां और हैंडीक्राफ्ट बिखरे हुए हैं। इस सदी की सबसे भयानक बाढ़ के कारण ये सामान इतने खराब हो चुके हैं कि इनकी मरम्मत नहीं हो सकती।
 
रेजिडेंसी रोड के लैम्बर्ट लेन में दुकान चलाने वाले निसार अहमद वाणी और नजदीक के कई अन्य दुकानदार बाढ़ के बाद साफ-सफाई में व्यस्त हैं ताकि फिर से शुरुआत की जा सके।
 
वाणी ने कहा, भगवान का शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने हमारी जिंदगी बख्श दी। व्यावसायिक रूप से सभी सामान राख हो गया है और इनकी कोई कीमत नहीं रही। बाढ़ से एक तरफ जहां लोगों का जीवन ठहर सा गया है वहीं घाटी में कई लोगों की शादी की योजनाएं भी प्रभावित हुई हैं।
 
रामबाग इलाके के सज्जाद अहमद भट अपनी दुल्हन को घर लाने की तैयारी कर रहे थे लेकिन उन्हें अपने भावी ससुराल वालों से सूचना मिली कि इलाके में बाढ़ को देखते हुए शादी को स्थगित करना पड़ेगा।
 
सज्जाद उन लोगों में शामिल थे जिन्हें इस सदी में आए सबसे भयानक बाढ़ के कारण अपनी शादी रोकनी पड़ी। बाढ़ में अब तक 277 लोगों की मौत हो चुकी है।
 
सज्जाद और उनके दोस्त अपनी दुल्हन के परिवार के लोगों का सहयोग करने की योजना बना रहे थे लेकिन उन्हें नहीं पता था कि कुछ घंटे के अंदर ही उन्हें भी सहयोग मांगना पड़ेगा।
 
यही हालत अलूची बाग इलाके के करणजीत सिंह रैना की है। उनकी शादी 28 सितम्बर को होने वाली थी लेकिन बाढ़ के कारण उनके परिवार को भी शादी स्थगित करनी पड़ी।  (भाषा)

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