कश्मीरी पंडितों ने की अलग केंद्र शासित प्रदेश की मांग

सोमवार, 5 सितम्बर 2016 (10:35 IST)
जम्मू-कश्मीर में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के पहुंचने से पहले कश्मीरी पंडितों के संगठन पनुन कश्मीर ने एक अलग केंद्रशासित प्रदेश बनाने की मांग रखी है। उनका कहना है कि उन्हें स्थाई रूप से बसाया जाए और उनके लिए अलग केंद्र शासित प्रदेश बनाया जाए। संगठन का कहना है कि कश्मीरी पंडितों को कोई दूसरा हल स्वीकार नहीं होगा।
पनुन कश्मीर के संयोजक अग्निशेखर ने कहा, 'हम चाहते हैं कि भारत के सभी राजनीतिक दल कश्मीर से विस्थापित हुए हिंदुओं के बारे में सोचें। कश्मीर में यह धार्मिक संघर्ष निरंतर चल रहा है। यह धार्मिक फांसीवाद और भारत विरोधियों का गढ़ बन चुका है।' उन्होंने कहा कि कश्मीर को बांटना आज जरूरी हो गया है।

हुर्रियत के अड़ियल रवैये के बाद सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात कश्मीरी पंडितों से
 
संगठन के सदस्यों ने कहा कि कश्मीर ऐसा हिस्सा बन गया है जहां कोई शासन नहीं है। उन्होंने ऑल पार्टी डेलिगेशन को हिदायत दी कि वे अलगाववादियों के साथ कोई भी समझौता न करें। अग्निशेखर ने कहा, 'हम चाहते हैं कि भारत अलगाववादियों के साथ सख्ती से पेश आए। सभी नेताओं की जिम्मेदारी है कि वे समझें कि अलगाववादियों ने ही कश्मीर घाटी में धार्मिक फांसीवाद को बढ़ावा दिया है।'

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