वेणुगोपाल ने इस मामले में 2 मंत्रियों से सहित 3 नेताओं को 'क्लीन चिट' दिए जाने के समाचारों पर कहा, नहीं यह खबर सही नहीं है। यह मामला अभी अनुशासन समिति के समक्ष विचाराधीन है। वह अभी इस पर विचार कर रही है। कोई क्लीनचिट नहीं दी गई।
उल्लेखनीय है कि 25 सितंबर को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खेमे के विधायक उनके निवास पर विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं हुए और उन्होंने स्वायत्त शासन नगरीय विकास एवं आवास मंत्री शांति धारीवाल के आवास पर एक समानांतर बैठक की थी। कांग्रेस पर्यवेक्षकों- मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन ने गहलोत के निवास पर विधायक दल की बैठक बुलाई थी।
धारीवाल के आवास पर बैठक के बाद विधायक विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी के आवास पर गए और अशोक गहलोत, जो उस समय कांग्रेस अध्यक्ष की दौड़ में थे, के स्थान पर सचिन पायलट को नए मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्त करने के किसी भी कदम के खिलाफ उन सभी ने सीपी जोशी को इस्तीफा सौंप दिया था।
पार्टी ने इसे अनुशासनहीनता मानते हुए विधानसभा में कांग्रेस के मुख्य सचेतक और जलदाय मंत्री महेश जोशी, शांति धारीवाल और राजस्थान पर्यटन विकास निगम आरटीडीसी के अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ को कारण बताओ नोटिस जारी किया था।
यहां आज जब वेणुगोपाल से भारत-चीन सीमा विवाद के बारे में पूछा गया, तब उन्होंने कहा, केंद्र सरकार इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर बहस तक को तैयार नहीं है। बहुत ही खराब स्थिति है। उन्होंने कहा कि 'भारत जोड़ो यात्रा' पूरे देश में सफल रही है राजस्थान में भी शानदार चल रही है। यह यात्रा इन दिनों राजस्थान से गुजर रही है।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)