जालंधर के बिशप फ्रैंको मुलक्कल के खिलाफ केरल नन बलात्कार का मामला वेटिकन के नोटिस में लाया गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक भारत के चर्च प्रतिनिधि इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए वेटिकन गए हैं। आने वाले दिनों में वेटिकन इस पूरे मामले में हस्तक्षेप कर सकता है। केरल की एक नन ने जालंधर के रहने वाले एक बिशप पर बलात्कार का आरोप लगाया था। इसके बाद से ही पूरे मामले पर बवाल मचा हुआ है। देशभर में कई संगठन पीड़ित नन के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे हैं।
नन ने भारत में वेटिकन के प्रतिनिधि को पत्र लिखकर आरोप लगाया था कि मामले को दबाने के लिए पादरी 'राजनीतिक और धनबल' का उपयोग कर रहे हैं। खबरें आ रही हैं कि दुष्कर्म के मामले में जांच का सामना कर रहे बिशप फ्रैंको मुलक्कल ने जालंधर डायोसीस की प्रशासनिक जिम्मेदारी छोड़ दी है। मुलक्कल ने यह भी घोषणा की कि उनकी अनुपस्थिति में मैथ्यू कोक्कणम प्रांत के बिशप होंगे।
बिशप फ्रैंकों को गिरफ्तारी पर मिली राहत : इससे पहले बिशप फ्रैंको मुलक्कल को केरल हाईकोर्ट से राहत मिली। अदालत ने कहा कि फिलहाल फ्रैंको की गिरफ्तारी मुद्दा नहीं है। इस मामले में हो रही जांच पर संतुष्टि जताते हुए अदालत ने कहा कि चूंकि यह एक पुराना मामला है, इसलिए जांच में समय लगेगा और आरोपी को जेल में डालने से बड़ा मुद्दा उसे दी जाने वाली अंतिम सजा है। अगली सुनवाई 24 सितंबर को होना है। बिशप फ्रैंको मुलक्कल को 19 सितंबर को जांच टीम के समक्ष पेश होने का नोटिस दिया गया है।
मिशनरीज ऑफ जीसस ने किया बिशप का बचाव : मिशनरीज ऑफ जीसस ने बिशप फ्रैंको मुलक्कल का बचाव किया है। संस्था की तरफ से बयान दिया गया है कि हर रेप पीड़िता के लिए दोषी से घटना के बाद मिलना मरने के समान होता है, ऐसे में जिस रेप की बात हो रही है, उसके बाद भी वह (नन) बिशप के साथ 20 बार यात्रा पर क्यों गईं?
बिशप पर लगाया बलात्कार का आरोप : नन से रेप का मामला इसी वर्ष जून में उस वक्त सामने आया जब 47 वर्षीय कैथोलिक नन कोट्टायम के एसपी के पास पहुंची। उसने आरोप लगाया कि आरोपी बिशप फ्रैंको मुलक्कल ने पिछले दो साल में उसके साथ कई बार बलात्कार किया है। नन ने आरोप लगाया कि जालंधर के रहने वाले एक बिशप ने 2014 से 2016 तक 13 बार उसके साथ बलात्कार किया। जब भी वे केरल आते थे, उनका रेप करते थे।