किसान विकास पत्र 1 हजार रुपए, 5 हजार रुपए, 10 हजार रुपए व 50 हजार रुपए में उपलब्ध होगा। इसमें निवेश की कोई ऊपरी सीमा नहीं है।
वित्त मंत्रालय ने बयान में कहा कि शुरआत में केवीपी सर्टिफिकेट डाक घरों के जरिए बेचे जाएंगे। बाद में जनता को केवीपी राष्ट्रीयकृत बैंकों की नामित शाखाओं पर भी मिलेंगे। केवीपी में किए गए निवेश की लॉक इन अवधि ढाई साल की होगी। उसके बाद यह पूर्व में तय परिपक्वता मूल्य के हिसाब से छह माह के ब्लॉक में होगी।
केवीपी योजना अप्रैल, 1988 में शुरू की गई थी। उस समय इस योजना में किया गया निवेश 5.5 साल में दोगुना हो जाता था। नवंबर, 2011 में इस योजना को बंद कर दिया गया था।