उनका फैसला प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ मुख्यमंत्रियों की ऑनलाइन बैठक के दौरान बनर्जी को बोलने का मौका नहीं दिए जाने के एक दिन बाद आया है। बनर्जी सरकारी अधिकारियों, शिक्षाविदों और प्रमुख हस्तियों की एक बैठक को संबोधित कर रही थीं।
बनर्जी ने कहा कि किसी की विचारधारा जो भी हो, इतिहास को उसके कथन के अनुरूप नहीं बदला जा सकता है। तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख बनर्जी ने कहा कि नेताजी सुभाषचंद्र बोस की जयंती और महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर अगले महीने कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।