...लेकिन अरविंद घमंडी, अलोकतांत्रिक हैं: कुमार विश्‍वास

सोमवार, 30 मार्च 2015 (10:14 IST)
नई दिल्ली। राष्ट्रीय परिषद की बैठक में अरविंद केजरीवाल का दृढ़ता से समर्थन करते हुए पार्टी नेता कुमार विश्वास ने आप प्रमुख की लोगों में छवि खराब करने के लिए बागी नेताओं योगेन्द्र यादव और प्रशांत भूषण की आलोचना की थी।
राष्ट्रीय परिषद के सदस्यों को रविवार को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था, ‘आपने (भूषण और यादव) सड़क पर उस व्यक्ति के खिलाफ बोला जिसे आपने तीन वर्ष पहले पार्टी का राष्ट्रीय संयोजक चुना था।’
 
उन्होंने कहा, ‘यह किस तरह की राजनीतिक बुद्धिमता है कि जब कांग्रेस को 44 सीटों पर ला देने वाले राहुल से कोई इस्तीफा नहीं मांग रहा है तो आप केजरीवाल का इस्तीफा मांग रहे हैं जिन्होंने अपनी पार्टी के लिए 67 सीटें जीतीं।’
 
विश्वास ने कहा कि असहमति और असंतोष हो सकता है। उन्होंने कहा कि दो वर्ष पहले उनका केजरीवाल और मयंक गांधी से ‘विवाद’ हुआ था और पार्टी के कई सदस्य उनसे बात करने आए थे और दो महीने तक उनके बीच कोई बातचीत नहीं हुई लेकिन इस बारे में किसी को पता नहीं है।
 
उन्होंने कहा कि इस पार्टी में अरविंद और मनीष सिसोदिया बनने के दरवाजे खुले हुए हैं लेकिन आपको कड़ी मेहनत करनी होगी और खुले में चार डिग्री में सोना पड़ेगा।
 
विश्वास ने कहा कि उन्होंने पार्टी नेताओं से कहा कि उन्होंने भी दिल्ली चुनावों में पार्टी के 12 उम्मीदवारों का विरोध किया था। उन्होंने कहा, ‘मैंने मनीष सिसोदिया से कहा कि मैं पार्टी के उन 12 उम्मीदवारों के लिए प्रचार नहीं करूंगा जिनके खिलाफ प्रशांत और योगेन्द्र यादव ने आपत्ति उठाई थी और जब तक उनके खिलाफ जांच नहीं होती।’
 
आप प्रमुख के खिलाफ बागी नेताओं पर व्यंग्य करते हुए उन्होंने कहा, ‘इसका यह मतलब नहीं है कि आप पार्टी के बाहर मेल लीक करेंगे और बात फैलाएंगे। अरविंद हमारे नेता हैं लेकिन अरविंद घमंडी हैं। अरविंद हमारे दोस्त हैं, लेकिन अरविंद अलोकतांत्रिक हैं। यह दो बातें नहीं चलेगी।’

केजरीवाल को अहंकारी बताने वाली लोगों की प्रतिक्रिया पर उन्होंने कहा, 'केजरीवाल आपके हिसाब से न चलें, तो यह स्वराज नहीं है। आपकी न सुनें, तो केजरीवाल अहंकारी है?' उन्होंने केजरीवाल का समर्थन करने और उनका विश्वास बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय परिषद के सदस्यों का आह्वान किया। (भाषा)

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