मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी किए गए एक बयान में कुमारस्वामी को यह कहते हुए उद्धृत किया गया कि यह बेहद दुखद है कि वे (मोदी) इसे किसानों के साथ एक क्रूर मजाक की तरह देखते हैं, योजना के बारे में पूर्ण तथ्य जाने बिना वे देश की जनता को गुमराह कर रहे हैं।
कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली सरकार ने सत्ता में आने के कुछ समय बाद ही जुलाई में 45,000 करोड़ रुपए की किसान कर्जमाफी योजना की घोषणा की थी, लेकिन बैंक संबंधी कई मुद्दों के चलते वह अधर में लटक गई।