पिछले सप्ताह भारतीय सेना द्वारा रेजांगला के आसपास के पहाड़ों पर मोर्चाबंदी करने, फिंगर-4 के पास तारबंदी कर मोर्चे बनाने की कवायद के बाद डरी हुई चीनी सेना ने उन इलाकों में सैनिकों की संख्या को बढ़ाया है, जहां उसे डर है कि भारतीय सेना बढ़त ले सकती है। यही कारण था कि कुछेक इलाकों में अब दोनों सेनाएं आमने-सामने हैं, जहां बोली कब गोली में बदल जाए कोई कह नहीं सकता।
लाल सेना चाहती है कि सैनिकों को पीछे हटाने की पहल भारतीय सेना को ही करनी होगी। खासकर वह ब्लैकटॉप, समेत उन पहाड़ों से भारतीय सैनिकों की तत्काल वापसी चाहती है जहां पिछले हफ्ते ही भारतीय सैनिकों ने कब्जा कर मोर्चाबंदी कर ली थी।