नई दिल्ली। भाजपा के शीर्ष नेताओं वसुंधरा राजे और सुषमा स्वराज से जुड़ा ‘ललितगेट’ विवाद और गहराता जा रहा है और अब पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम ने ललित मोदी मामले में संप्रग सरकार के दौरान ब्रिटेन के अधिकारियों को लिखे गए सभी पत्रों को सार्वजनिक करने की मांग की जिसमें बारे में उनका कहना है कि इससे कांग्रेस और उनके खिलाफ सभी आरोपों का जवाब मिल जाएगा।
इस मामले में कांग्रेस की ओर से भाजपा पर हमला उस समय और तेज हो गया है, जब ललित मोदी की ओर से यह विस्फोटक दावा किया गया कि वसुंधरा राजे ने ब्रिटेन में उनकी आव्रजन याचिका पर लिखित में उनका समर्थन किया था और उनका विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के साथ पारिवारिक संबंध है और सुषमा के पति और उनकी पुत्री ने उन्हें नि:शुल्क कानूनी सेवा प्रदान की थी।
ललित मोदी ने मंगलवार रात टेलीविजन पर साक्षात्कार में कांग्रेस और चिदंबरम पर राजनीतिक बदले के तहत निशाना साधने का आरोप लगाया था, जो आईपीएल घोटाले के बाद कांग्रेस नेता शशि थरूर के मंत्री पद गंवाने से संबंधित है।
2 वर्ष से भी पहले तत्कालीन वित्तमंत्री पी. चिदंबरम ने ब्रिटिश सरकार से पूछा था कि वह पूर्व आईपीएल प्रमुख ललित मोदी के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है, जो धनशोधन समेत व्यापक वित्तीय अनियमितता के मामले में आरोपी हैं और लंदन में शरण लिए हुए हैं। (भाषा)