Kerala wayanad landslide : केरल के वायनाड में मेप्पडी के पास विभिन्न पहाड़ी इलाकों में भारी भूस्खलन से 36 लोगों की मौत हो गई। इनमें तीन बच्चे भी शामिल हैं। भूस्खलन के बीच मलबे में करीब 400 लोगों के फंसे होने की आशंका है। पीएम नरेंद्र मोदी, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और वायनाड से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने हादसे पर दुख जताया। ALSO READ: झारखंड में बड़ा रेल हादसा, हावड़ा मुंबई एक्सप्रेस पटरी से उतरी
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि वायनाड भूस्खलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 11 हो गई है। 6 शवों को मेप्पडी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और 5 को एक निजी मेडिकल कॉलेज में लाया गया।
पीएम मोदी भी भूस्खलन से व्यथित : पीएम नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा, 'वायनाड के कुछ हिस्सों में भूस्खलन से व्यथित। मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है और जो घायल हुए हैं उनके लिए प्रार्थना करता हूं। सभी प्रभावित लोगों की सहायता के लिए बचाव अभियान फिलहाल चल रहा है। केरल के सीएम पिनाराई विजयन से बात की और वहां की मौजूदा स्थिति के मद्देनजर केंद्र की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया।'
मुख्यमंत्री विजयन ने उनके कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा कि राज्य के मंत्री बचाव गतिविधियों का नेतृत्व करने के लिए पहाड़ी जिले में पहुंचेंगे और अभियान को लेकर समन्वय स्थापित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि वायनाड जिले में भूस्खलन और अन्य वर्षाजनित आपदाओं के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है। बयान में कहा गया है कि लोगों को आपातकाल में मदद के लिए दो हेल्पलाइन नंबर भी शुरू किए गए हैं।
रेस्क्यू में जुटी एनडीआरएफ की टीम : केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (केएसडीएमए) ने कहा है कि अग्निशमन और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की टीम को प्रभावित क्षेत्र में तैनात किया गया है और एनडीआरएफ की एक अतिरिक्त टीम वायनाड के लिए भेजी गई है।
केएसडीएमए ने सोशल मीडिया मंच फेसबुक पर एक पोस्ट के जरिए कहा कि कन्नूर डिफेंस सिक्योरिटी कोर के भी दो दलों को बचाव प्रयासों में सहायता के लिए वायनाड जाने का निर्देश दिया गया है। प्रभावित क्षेत्रों के स्थानीय लोगों का कहना है कि कई लोगों के फंसे होने की आशंका है। भारी वर्षा के कारण बचाव कार्य में बाधा आ रही है।