Weather Update: देश में मौसम के दो रूप देखने में आ रहे हैं। एक तरफ दक्षिणी भारत में भारी बारिश का दौर जारी है तो वहीं दूसरी तरफ उत्तर भारत में भीषण गर्मी पड़ रही है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अलर्ट किया है कि पूर्वी भारत और उत्तर-पश्चिम भारत में अगले कुछ दिनों तक लू चलने की आशंका है। इस बीच सिक्किम और पश्चिम बंगाल में अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना है। महाराष्ट्र, गोवा, तेलंगाना, केरल और कर्नाटक में ऐसा ही मौसम बना रहेगा।
उत्तरप्रदेश में लू के लिए रेड अलर्ट : मौसम विभाग (IMD) ने पूर्वी उत्तरप्रदेश में लू की स्थिति के लिए रेड अलर्ट को 12 से बढ़ाकर 15 जून कर दिया है। बिहार और झारखंड में 13 जून तक मौसम का यही मिजाज रहेगा। पश्चिमी उत्तरप्रदेश में 13 से 15 जून तक गर्म मौसम की स्थिति रहने की आशंका है।
इसने यह भी चेतावनी दी है कि 13 से 14 जून तक बिहार, झारखंड और गंगीय पश्चिम बंगाल में भीषण लू की स्थिति हो सकती है। आने वाले 3 दिनों में दिल्ली, ओडिशा, उत्तराखंड, हरियाणा और पंजाब में कठोर मौसम से राहत नहीं मिलेगी। राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, पूर्वी मध्यप्रदेश और जम्मू में भी 12 से 13 जून तक भीषण गर्मी पड़ने की आशंका है।
राजधानी दिल्ली में भीषण गर्मी से हालत खराब : देश की राजधानी दिल्ली के मौसम की बात करें तो यहां लोगों की भीषण गर्मी से हालत खराब है। लोगों को राहत भरी मानसूनी बारिश का इंतजार है। बता दें कि मानसून महाराष्ट्र और केरल में आ चुका है। फिलहाल दिल्ली में तेज हवाओं के साथ लू चलने की आशंका है। तापमान 45 डिग्री के आसपास जा सकता है। मानसून की बात करें तो इसे आने में अभी 2 हफ्तों से ज्यादा का समय लगेगा।
तेलंगाना और छत्तीसगढ़ में मानसून के लिए परिस्थितियां अनुकूल : तेलंगाना और छत्तीसगढ़ के ज्यादातर हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। जम्मू और कश्मीर के ऊपर औसत समुद्र तल से 5.8 किलोमीटर ऊपर एक परिसंचरण के रूप में पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है। उत्तर-पश्चिम उत्तरप्रदेश के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 1.5 किलोमीटर ऊपर तक फैला हुआ है। एक और चक्रवाती परिसंचरण पूर्वी उत्तरप्रदेश के ऊपर है।
एक चक्रवाती परिसंचरण पूर्वोत्तर असम के ऊपर है। पूर्वी उत्तरप्रदेश के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण से उपहिमालयी पश्चिम बंगाल और दक्षिणी असम होते हुए नगालैंड तक एक द्रोणिका फैली हुई है। उत्तरी गुजरात और दक्षिणी राजस्थान के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। यह कतरनी क्षेत्र समुद्र तल से 3.1 से 5.8 किलोमीटर ऊपर लगभग 17 डिग्री उत्तरी अक्षांश पर चलता है।
पिछले 24 घंटों की मौसमी हलचल : पिछले 24 घंटों के दौरान कोंकण और गोवा, दक्षिणी मध्यप्रदेश, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, विदर्भ, सिक्किम, उपहिमालयी पश्चिम बंगाल, असम, त्रिपुरा के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई।
केरल, लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तटीय कर्नाटक, पूर्वोत्तर भारत, गंगीय पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, रायलसीमा और उत्तरी तमिलनाडु में हल्की से मध्यम बारिश हुई। आंतरिक तमिलनाडु और दक्षिण-पूर्वी राजस्थान में हल्की बारिश हुई। गंगा के तटीय पश्चिम बंगाल और पूर्वी उत्तरप्रदेश के कई हिस्सों में लू से लेकर भीषण लू की स्थिति बनी रही। पश्चिमी उत्तरप्रदेश, दक्षिणी बिहार, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, झारखंड, छत्तीसगढ़ और पूर्वोत्तर मध्यप्रदेश में लू की स्थिति बनी रही।
आज के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट वेदर (Skymet Weather) के अनुसार आज गुरुवार को महाराष्ट्र, तटीय और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक और तेलंगाना में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश संभव है।
आंध्रप्रदेश, लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, दक्षिणी छत्तीसगढ़ और आंध्रप्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। दक्षिणी मध्यप्रदेश, दक्षिणी गुजरात और दक्षिण-पूर्वी राजस्थान में हल्की बारिश हो सकती है। गंगा के तटीय पश्चिम बंगाल, पूर्वी उत्तरप्रदेश, बिहार और झारखंड में लू से लेकर भीषण लू की स्थिति संभव है। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, झारखंड और ओडिशा के कुछ हिस्सों में लू की स्थिति संभव है।(Photo courtesy: IMD)