Weather Update: मौसम (Weather) नित नए रंग दिखा रहा है। ठंड जाते-जाते और गर्मी के आते-आते फिर ठंड का पलटवार हो रहा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार 10 मार्च की रात से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस (Western Disturbance) दस्तक देने वाला है, इसके कारण जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड में 10 से 12 मार्च के बीच बारिश और बर्फबारी (rain and snowfall) होगी।
उत्तर भारत के कई राज्यों में बारिश : उत्तर भारत के कई राज्यों में इस समय बारिश हो रही है। हालांकि अब एक बार फिर से धूप निकलने लगी है, लेकिन आने वाले दिनों में उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों में एक बार फिर मौसम बदलने वाला है। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड में 7 मार्च को बारिश व बर्फबारी होने वाली है। इसके अलावा ओडिशा में 7 से 9 मार्च, सब हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 7 से 8 मार्च को हल्की बारिश होगी। इसके अलावा अरुणाचल प्रदेश में अगले 5 दिनों तक बारिश होने वाली है।
राजधानी दिल्ली में तापमान गिरा : राजधानी दिल्ली के न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है और यह गिरकर 9 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है। मौसम विभाग के मुताबिक मार्च के पहले सप्ताह में 3 दिन से न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट रिकॉर्ड की जा रही है। यहां आमतौर पर बादल छाए रहेंगे।
देश के अन्य भागों की स्थिति : अंडमान निकोबार दीप समूह में भी मौसम बदल सकता है। इसके साथ ही इन क्षेत्रों में ओले गिरने की भी चेतावनी जारी की गई है। मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ सहित केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, गोवा और महाराष्ट्र में भी मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा।
आज के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट वेदर (skymet weather) के अनुसार आज गुरुवार, 7 मार्च को पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी और 8 मार्च को एक या दो जगहों पर बारिश और बर्फबारी संभव है। अरुणाचल प्रदेश में हल्की बारिश और बर्फबारी संभव है। उत्तरी ओडिशा और दक्षिणी केरल में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है। उत्तर-पश्चिम और मध्यभारत में दिन और रात का तापमान अगले 24 से 48 घंटों तक सामान्य से नीचे रहेगा और उसके बाद बढ़ना शुरू हो सकता है।
पश्चिमी विक्षोभ मध्य क्षोभमंडलीय हवाओं में एक गर्त के रूप में बना हुआ है जिसकी धुरी समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर है और लगभग 60 डिग्री पूर्व देशांतर के साथ 30 डिग्री उत्तर अक्षांश के उत्तर में है। एक चक्रवाती परिसंचरण पंजाब के ऊपर है और समुद्र तल से 1.5 से 3.1 किलोमीटर ऊपर के क्षेत्र से जुड़ रहा है।
दक्षिणी छत्तीसगढ़ और आंतरिक ओडिशा पर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र : दक्षिणी छत्तीसगढ़ के निचले स्तर पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र आंतरिक ओडिशा पर है। एक ट्रफ रेखा दक्षिणी तमिलनाडु से उत्तरी आंतरिक कर्नाटक तक निचले स्तर पर दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक तक फैली हुई है।(Photo Courtesy: IMD)