Weather Updates: राजस्थान के जैसलमेर (Jaisalmer) में पारा 44 डिग्री पर पहुंच गया है। दूसरी ओर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) में तापमान 42 डिग्री के पार पहुंच गया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD)) के पूर्वानुमान के अनुसार मानसून 31 मई को केरल पहुंचेगा।
हीट वेव चलने का पूर्वानुमान : उत्तर और पूर्वी भारत के कई हिस्सों में तेज हवा के साथ बारिश के चलते भीषण गर्मी और लू के थपेड़ों से थोड़ी राहत मिली थी लेकिन अब एक बार फिर से हीट वेव चलने का पूर्वानुमान जताया गया है। पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली एनसीआर से लेकर बिहार, बंगाल, झारखंड, ओडिशा जैसे प्रदेशों में झुलसाने वाली गर्मी पड़ने का अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही लोगों से सावधानी बरतने और जरूरी होने पर ही घरों से निकलने की अपील की गई है।
दूसरी तरफ, दक्षिण भारत के कई राज्यों में मूसलधार बारिश की संभावना जताई गई है। दक्षिण भारत के अधिकांश हिस्से पिछले कई सप्ताह से भीषण गर्मी और जलसंकट से जूझ रहे हैं, ऐसे में बारिश से राहत मिलने की संभावना है। मौसम विभाग के विशेषज्ञों ने बताया कि राजस्थान, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली में 19 मई 2024 को हीट वेव चलने की संभावना है, वहीं पंजाब, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, गांगेय पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड और ओडिशा में भी गर्मी का भीषण प्रकोप रहेगा और इन राज्यों में लू के थपेड़े चलने की बात कही गई है।
दक्षिण भारत में बारिश का पूर्वानुमान : IMD ने दक्षिण भारत को लेकर भी मौसम पूर्वानुमान जारी किया है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों में तेज से बहुत तेज बारिश हो सकती है। 15 मई को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराइकल के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश रिकॉर्ड की गई। मौसम विभाग के ताजा अपडेट के अनुसार आंतरिक उत्तरी कर्नाटक में 16 मई 2024 को भारी बारिश (64.5-115.5 मिलीमीटर) के साथ-साथ आंधी (50-60 किलोमीटर प्रति घंटे) चलने की संभावना है।
मध्य क्षोभमंडलीय पश्चिमी हवाओं में एक गर्त जिसकी धुरी समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर है। 81° पूर्व देशांतर के साथ 32° उत्तर अक्षांश के उत्तर तक चल रही है। दक्षिण-पश्चिम बांग्लादेश और आसपास के इलाकों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। पश्चिमी विदर्भ और आसपास के इलाकों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है।
एक चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण-पश्चिम अरब सागर और केरल के आसपास के हिस्सों पर औसत समुद्र तल से 1.5 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। एक ट्रफ रेखा दक्षिण-पश्चिम अरब सागर और केरल के आसपास के हिस्सों पर चक्रवाती परिसंचरण से लेकर निचले स्तर पर कर्नाटक के मराठवाड़ा तक फैली हुई है।
एक चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण-पूर्व और इससे सटे पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी पर बना हुआ है। दक्षिण-पश्चिम मानसून के 19 मई के आसपास दक्षिण अंडमान सागर, दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों और निकोबार द्वीप समूह में आगे बढ़ने की उम्मीद है। 17 मई से एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय क्षेत्र को प्रभावित करेगा।
आज के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट वेदर (Skymet Weather) के अनुसार आज गुरुवार को तटीय कर्नाटक, आंतरिक तमिलनाडु और केरल में हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ कुछ भारी बारिश की संभावना है। दक्षिणी छत्तीसगढ़, तमिलनाडु, आंतरिक कर्नाटक, दक्षिणी मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, लक्षद्वीप और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
पूर्वोत्तर भारत, दक्षिण ओडिशा और पूर्वोत्तर भारत में हल्की वर्षा संभव है। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तरप्रदेश, बिहार के अधिकांश हिस्सों, झारखंड, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में मौसम लगभग शुष्क हो सकता है और इन क्षेत्रों में तापमान बढ़ जाएगा।(Photo courtesy: IMD)