दिल्ली समेत पूरे देश में मनाया महाशिवरात्रि पर्व

शुक्रवार, 24 फ़रवरी 2017 (17:13 IST)
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली समेत पूरे देश में महाशिवरात्रि का पर्व पूरे उत्साह और उमंग के  साथ मनाया गया। मंदिरों में इस पर्व पर भक्तों की जबरदस्त भीड़ थी और सभी मंदिर 'हर-हर महादेव' के उद्घोषों से गूंज रहे थे।
दिल्ली में चांदनी चौक स्थित मशहूर गौरीशंकर मंदिर समेत कई मंदिरों में इस पर्व पर भक्तों की जबरदस्त भीड़ थी और सभी मंदिर 'हर-हर महादेव' के उद्घोषों से गूंज रहे थे। सभी भक्त भोले बाबा की भक्ति से सराबोर नजर आ रहे थे। मंदिरों में सुबह से ही भोलेशंकर का जलाभिषेक करने के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ी हुई थी।
 
देश के अन्य राज्यों में भी महाशिवरात्रि का पर्व धूमधाम से मनाया गया। अहमदाबाद से प्राप्त  रिपोर्ट के अनुसार भगवान के द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से प्रथम गुजरात के गिर सोमनाथ जिले  में हिन्द महासागर के तट पर स्थित पौराणिक सोमनाथ महादेव मंदिर को शुक्रवार को महाशिवरात्रि के मौके पर तड़के 4 बजे से अगले 42 घंटे तक निरंतर खोलकर रखा जाएगा और वहां देश के कोने-कोने से पहुंचे श्रद्धालु पूजा-अर्चना और अभिषेक कर रहे हैं।
 
उधर गुजरात की देवभूमि द्वारका जिला स्थित एक अन्य ज्योतिर्लिंग मंदिर नागेश्वर तीर्थ  समेत अन्य मंदिरों में भी शुक्रवार को विशेष पूजा-अर्चना के आयोजन के बीच शिवभक्तों की  भारी भीड़ उमड़ पड़ी।
 
सोमनाथ मंदिर की महाशिवरात्रि के मौके पर जबरदस्त सजावट की गई है और सोमेश्वर महादेव  की पालकी यात्रा भी निकाली गई। ज्योतिर्लिंग का मनोहारी श्रृंगार किया गया है। 4 विशेष  आरती का भी आयोजन किया गया है।
 
मंदिर परिसर में शनिवार से 2 दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया गया है। एहतियाती तौर पर सुरक्षा के भी कड़े प्रबंध किए गए हैं। जूनागढ़ जिले के भवनाथ मंदिर में  जहां 5 दिवसीय सालाना महाशिवरात्रि मेले का शुक्रवार मध्यरात्रि के समय नागा साधुओं की  शोभायात्रा के समापन होगा, वहीं भक्तों की जबरदस्त भीड़ उमड़ पड़ी है।
 
अहमदाबाद के चाकुलिया महादेव मंदिर, नीलकंठ और कामेश्वर महादेव मंदिर, वडोदरा के  नवनाथ मंदिरों, काशी विश्वनाथ मंदिर, सूरत के रुद्रनाथ मंदिर तथा राजकोट के पंचनाथ मंदिर  और ओंकारेश्वर मंदिर समेत राज्य के अन्य सभी छोटे-बड़े शिवालयों में सुबह से ही भक्तों की  भीड़ उमड़ पड़ी। बड़ी संख्या में लोगों ने शुक्रवार को उपवास भी रखा है।
 
भोपाल से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार मध्यप्रदेश में शुक्रवार को महाशिवरात्रि का पावन पर्व पूरी  आस्था और पारंपरिक मान्यताओं के अनुसार मनाया जा रहा है। राज्य के उज्जैन स्थित महाकालेश्वर और खंडवा स्थित ओंकारेश्वर मंदिर में रात से ही श्रद्धालुओं की लंबी कतारें देखने को मिल रही हैं। देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में शामिल इन दोनों मंदिर परिसरों में प्रबंधन द्वारा  देश के कोने-कोने से आए श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं।
 
सूबे के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी शुक्रवार सुबह पत्नी साधना सिंह चौहान के साथ  राजधानी स्थित बड़वाले महादेव मंदिर पहुंचे और विशेष पूजा-अर्चना की। सुबह से राजधानी के  सभी शिवालयों में श्रद्धालु बिल्वपत्र, धतूरे और शिव को प्रिय माना जाने वाला शमी पत्र लेकर  पहुंचते दिखाई दे रहे हैं। बड़ी संख्या में लोग शुक्रवार को उपवास रखे हुए हैं। राजधानी के  प्रसिद्ध मंदिर बिड़ला मंदिर और गुफा मंदिर में भी सुबह से सैकड़ों लोग शिव-पार्वती के विशेष  पूजन के लिए पहुंच रहे हैं।
 
देवरिया से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार उत्तरप्रदेश में देवरिया के रुद्रपुर में स्थित पौराणिक शिवलिंग  दुग्धेश्वरनाथ और सलेमपुर क्षेत्र में स्थित दीर्घेश्वरनाथ में शुक्रवार को आस्था का सैलाब उमड़  पड़ा। पुराणों में रुद्रपुर के दुग्धेश्वरनाथ मंदिर को दूसरी काशी के रूप में जाना जाता है। यहां  शिवलिंग को महाकालेश्वर उज्जैन का उप ज्योतिर्लिंग माना जाता है। यह शिवलिंग काले पत्थर  नीसक पत्थर (कसौटी) का बना है। 
 
मान्यता है कि स्पर्श मात्र से मनुष्यों के पापों का नाश हो  जाता है और मन्नतें पूरी होती हैं। उत्तराखंड, बिहार, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, झारखंड, पश्चिम बंगाल  आदि राज्यों से भी इसी तरह की रिपोर्टें हैं। (वार्ता)

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