कांग्रेस ने कहा, संविधान खतरे में है और हम सबको इसकी रक्षा के लिए सबको चौकस रहना होगा

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

सोमवार, 16 दिसंबर 2024 (15:51 IST)
Mallikarjun Kharge News: देश में अनुसूचित जाति, जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और महिलाओं पर अत्याचारों का सिलसिला जारी रहने का दावा करते हुए कांग्रेस (Congress) ने सोमवार को नई दिल्ली में कहा कि संविधान (Constitution) खतरे में है और इसकी रक्षा के लिए सबको चौकस रहना होगा। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ने इसे लेकर निशाना साधा।
 
राज्यसभा में 'भारतीय संविधान के 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा' पर चर्चा में हिस्सा ले रहे कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि जब संविधान को स्वीकार किया गया तो हमें इसके तहत ही चलना चाहिए। एक दूसरे की खामियां निकाले जाने पर कई बातें निकलेंगी।ALSO READ: सभापति धनखड़ और मल्लिकार्जुन खरगे में जमकर हुई तकरार, जानिए किसने क्या कहा?
 
आरएसएस वाले चाहते हैं कि संविधान मनु स्मृति जैसा हो : खरगे ने आरोप लगाया कि आरएसएस वाले चाहते हैं कि संविधान मनु स्मृति जैसा हो। उन्होंने आरोप लगाया कि जो लोग भारत के राष्ट्रीय ध्वज से, हमारे अशोक चक्र से, हमारे संविधान से नफरत करते हैं, वे लोग आज हमें संविधान का पाठ पढ़ा रहे हैं। लोकतंत्र में संसद सत्ता पक्ष और विपक्ष के साथ चलती है। आज अनुसूचित जाति, जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और महिलाओं पर अत्याचारों का सिलसिला थमा नहीं है। अपनी सरकारों के राज्यों की स्थिति देखिए।ALSO READ: भागवत की मंदिर-मस्जिद सलाह पर ध्यान नहीं दे रही BJP : खरगे
 
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पहली बार 26 जनवरी 2002 को अदालत के आदेश के बाद आरएसएस के मुख्यालय पर तिरंगा फहराया गया। उन्होंने दावा किया कि संविधान पर खतरा बना हुआ है इसलिए हमें चौकस रहना होगा। उन्होंने कहा कि संविधान सत्ता का नैतिक मार्गदर्शक है और उसका अनुसरण करना चाहिए।
 
खरगे ने कहा कि जिन लोगों ने देश के लिए आवाज ही नहीं उठाई, देश के लिए लड़ा ही नहीं, वे लोग क्या जानेंगे कि आजादी क्या होती है? उन्होंने सवाल किया कि इस सरकार ने पिछले 11 साल में ऐसा कौन सा काम किया है जिससे देश का लोकतंत्र और संविधान मजबूत हुआ है?
 
खरगे ने कहा कि खाद्य सुरक्षा अधिनियम, मनरेगा और शिक्षा का अधिकार अधिनियम कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकार लेकर आई और आज भी गरीबों के लिए यह कानून मददगार हैं। यहां तक कि कोविड काल में मनरेगा मजदूरों का सबसे बड़ा सहारा था।
 
उन्होंने कहा कि काला धन विदेश से वापस लाकर 1-1 व्यक्ति के खाते में 15 लाख रुपए देने का वादा, हर साल 2 करोड़ रोजगार देने का वादा, किसानों की आमदनी दोगुनी करने का वादा, क्या झूठ नहीं था? उन्होंने कहा कि झूठ आप बोलते हैं, आरोप हम पर लगाते हैं।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta

वेबदुनिया पर पढ़ें

सम्बंधित जानकारी