नई दिल्ली। भाजपा ने अब तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी के गढ़ पश्चिम बंगाल पर अपनी नजरें टिका दी हैं और इसके लिए रथयात्राओं तथा जोरदार रैलियों की तैयारियां की जा रही हैं।
सूत्रों के अनुसार वर्ष 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा मिशन पूर्व में जुट गई है। इसी के तहत भाजपा तृणमूल कांग्रेस को उसी के गढ़ में कड़ी टक्कर देने की योजना बना रही है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पहले ही पार्टी के लिए पश्चिम बंगाल की 42 लोकसभा सीटों में से 22-23 सीटें हासिल करने का लक्ष्य निर्धारित कर चुके हैं।
पश्चिम बंगाल में भाजपा 7 दिसंबर को महीनेभर चलने वाली लोकतंत्र बचाओ थीम के अंतर्गत रथयात्राओं की शुरुआत करेगी। शाह राज्य में तीन रथयात्राओं को हरी झंडी दिखाएंगे। इनमें से पहली 7 दिसंबर को उत्तरी बंगाल के कूचबिहार जिले से, दूसरी 9 दिसंबर को दक्षिण बंगाल के गंगासागर से और तीसरी 14 दिसंबर को बीरभूम जिले में तारापीठ मंदिर से शुरू होंगी।
शाह के अलावा उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल पश्चिम बंगाल के मतदाताओं के साथ एनआरसी के मुद्दे पर अपना अनुभव साझा करेंगे। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र की भी राज्य में कई जनसभाएं होने की संभावना है।
सूत्रों के अनुसार शुरुआत में मोदी की 24 दिसंबर को दुर्गापुर में, 28 दिसंबर को मालदा में, 5 जनवरी को श्रीरामपुर में जनसभा की योजना बनाई गई थी। प्रधानमंत्री की जनसभाओं की तारीखों और जनसभाओं में विभिन्न मुद्दों के मद्देनजर बदलाव किया जा सकता है। भाजपा की रथयात्रा राज्य के सभी 42 लोकसभा क्षेत्रों से होकर गुजरेगी।
भाजपा की आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने ट्वीट कर कहा कि भाजपा राज्य में एक साथ 7, 9 और 11 दिसंबर को तीन रथयात्राएं निकालकर पूरे राज्य में पहुंच बनाएगी। भाजपा का शीर्ष नेतृत्व इसकी अगुवाई करेगा। जनता की तरफ से भाजपा को पहले से व्यापक समर्थन मिल रहा है और अब यह पश्चिम बंगाल को बचाने का समय है। पार्टी के वरिष्ठ नेता अरविंद मेनन राज्य में पार्टी की तैयारियों की देखरेख कर रहे हैं।